Thunderstorm Detection Device: आकाशीय बिजली गिरने या आंधी-तूफान से नहीं जाएगी जान, ये डिवाइस पहले ही कर देगा अलर्ट
Sonbhadra News: आकाशीय बिजली गिरने से मौत की खबरें आती हैं, इसके लिए खास इंतजाम किया जा रहा है. आंधी तूफान या आसमानी बिजली से बचने के लिए एक डिवाइस का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो 30 से 40 मिनट पहले अलर्ट देता है.
अंशुमान पांडेय/सोनभद्र: बारिश का मौसम चल रहा है, ऐसे में आकाशीय बिजली गिरने से देशभर से लोगों की मौत की खबरें सामने आती रहती हैं, लेकिन इससे निपटने के लिए खास इंतजाम किया जा रहा है. जिसकी शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यूपी के सोनभद्र जिले से की गई है. यहां आंधी तूफान या आसमानी बिजली से बचने के लिए एक खास डिवाइस का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो करीब 30 से 40 मिनट पहले अलर्ट देता है. इस डिवाइस का नाम है थंडर स्टार्म डिटेक्शन डिवाइस (thunderstorm detection device).
30 से 40 मिनट पहले ही कर देता है अलर्ट
बीते महीने से सोनभद्र में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी सीजन प्रयागराज मिर्जापुर और ललितपुर में भी इस्तेमाल किया जाएगा. आकाशीय बिजली गिरने की स्थिति में यह डिवाइस उसको डिटेक्ट कर लगभग 30 से 40 मिनट पहले बता देती है. इसके बाद एक बजर बजता है और शहरवासी सतर्क हो जाते हैं और अपने आप को बचाने के लिए जरूरी कदम उठा सकते हैं. एक डिवाइस 2 से 3 किलोमीटर के रेडियस में प्रभावी रहती है. ऐसी डिवाइस सोनभद्र के कई इलाकों में लगी है. इस डिवाइस के लगने से बिजली के गिरने से होने वाली मौतों में कमी आई है.
सोनभद्र में लगाए गए 31 डिवाइस
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सोनभद्र जिले के दुद्धी विकासखंड में अभी तक कुल 31 उपकरण लगाए गए हैं. इन उपकरणों के रखरखाव वहीं से संबंधित जानकारी की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी को सौंपी गई है. इसके साथ ही इस डिवाइस के क्रियाशील होने ना होने की जानकारी भी ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी के द्वारा प्रशासन को प्राप्त होती है. इन डिवाइस को ज्यादातर प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन की बिल्डिंग, आंगनवाड़ी सेंटर, कॉपरेटिव की बिल्डिंग पर लगाया गया है.
डिवाइस से मिल रहा फायदा
जिला आपदा अधिकारी पवन शुक्ला का कहना है कि जब से यह डिवाइस दुद्धी विकासखंड में लगा है अभी तक इस क्षेत्र में आकाशीय बिजली की कोई भी घटना घटित नहीं हुई है क्योंकि लगभग आधे घंटे पूर्व अलार्म के द्वारा लोगों को जानकारी होने के बाद लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाते हैं, जिसका फायदा यहां के स्थानीय लोगों को मिल रहा है.
उन्होंने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि पूरे जनपद में जैसे विकासखंड म्योरपुर, विकासखंड बभनी और विकासखंड घोरावल में आकाशीय विजली गिरने की घटनाएं अधिक होती हैं, इसलिए इन ब्लॉकों में भी इस डिवाइस को लगाया जाए जिससे आकाशीय बिजली की घटनाओं से लोगों को बचाया जा सके.
जनहानि से निजात पाने बनेगा मददगार
सोनभद्र में अकाशीय बिजली के द्वारा हो रही मौतों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पिछले महीने में ओबरा तहसील में 24 जून को अकाशी बिजली की घटना में कुल 5 लोगों की मौत हुई थी. पिछले वर्ष के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो कुल 32 मौतें हुई थीं. जबकि पिछले 5 वर्षों के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो कुल 150 मौतें हुई हैं. इस तरह जनपद सोनभद्र में यह एक बड़ी समस्या है और इससे निजात पाने में यह अलार्म डिवाइस काफी हद तक सहायक है.