UP News: बदायूं में बीते दिनों हुए तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी के आंवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप का प्रतिनिधि है. जानिए पूरा मामला...
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बदायूं: यूपी के बदायूं में बीते दिनों हुए तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी के आंवला सांसद का प्रतिनिधि होने के सपा डेलीगेशन का दावे सच होता दिखाई दे रहा हैं. एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे धर्मेंद्र कश्यप से जब इस आरोप के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "चुनाव में बहुत से काम होते हैं, इसलिए उन्होंने रवेंद्र दीक्षित को अपना प्रतिनिधि बनाया था. उससे चुनाव का काम कराया था. वर्तमान में उनके दो प्रतिनिधि रवि यादव और जितेंद्र कश्यप हैं. इसके अलावा उनका कोई प्रतिनिधि नहीं है. अगर कोई व्यक्ति अपनी गाड़ी पर लिखवाकर चलता है, तो उसके खिलाफ वह कार्रवाई कराएंगे.
आपको बता दें कि बीते 31 अक्टूबर को सपा नेता व पूर्व ब्लाक प्रमुख राकेश गुप्ता, उनकी पत्नी और मां की हमलावरों ने घर में घुस कर गोली मार कर हत्या कर दी थी. जिसमें मृतक के भाई राजेश गुप्ता ने रवेंद्र दीक्षित सहित 4 नामजद और 2 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ उसहैत थाना में मुकद्दमा लिखवाया था. इस मामले में पुलिस रवेंद्र दीक्षित और उसके बेटे सार्थक को जेल भेज चुकी है. उनके कब्जे से लाइसेंसी रायफल, रिवाल्वर और एक नाजायज पिस्टल भी बरामद कर चुकी है. फिलहाल, इस मामले से जुड़े चार हत्यारे पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
आपको बता दें कि घटना के बाद सपा का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की अगुवाई में सथरा पहुंचा था. जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. वहीं, धर्मेंद्र यादव ने इस बात का खुलासा किया था कि रवेंद्र दीक्षित आंवला से बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप का प्रतिनिधि है. अपनी गाड़ियों पर लिखवा कर चलता है. आरोप था कि इस घटना में बीजेपी के लोग शामिल हैं और उन्हें सत्ता का संरक्षण प्राप्त है. तब धर्मेंद्र यादव ने पीड़ित परिवार के सुरक्षा की मांग की थी. वहीं, तिहरे हत्याकांड में अचानक एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ. जिसमें रवेंद्र दीक्षित कासगंज की तहसील पटियाली की एक मोबाइल की दुकान का बताया जा रहा हैं. दावा किया जा रहा है कि घटना के समय वह सथरा से पटियाली के बीच लगभग 50 किलो मीटर से ज्यादा की दूरी है. जानकारी के मुताबिक यहां से आने-जाने में लगभग 2 घंटे का समय लगता है.
फिलहाल, पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. इसके अलावा सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है. चर्चा है कि इस हत्याकांड के पीछे राकेश गुप्ता के किसी पूर्व परिचित का हाथ है. क्योंकि राकेश को गोली बिलकुल पास से मारी गई थी. राकेश की मां किचेन में चाय बनाने गई थीं. हत्यारों ने उनकी हत्या किचिन में ही की थी. पुलिस को नंगे पैरों के खून से सने हुए निशान भी मिले हैं, जो हत्यारों के बताए जा रहे हैं. वहीं, मरने वाले तीनों लोगों के पैरो में चप्पलें थीं. इस तरह के कई सुलगते सवाल हैं, जो इस हत्याकांड मामले में अभी भी गुत्थी बने हुए हैं.
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