Umesh Pal Hatyakand : प्रयागराज के उमेश पाल हत्‍याकांड में यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. यूपी STF ने माफिया अतीक अहमद के गुर्गे उस्‍मान छर्रा को आगरा से हिरासत में ले लिया है. उमेश की हत्‍या के बाद उस्‍मान की तलाश की जा रही थी. 


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आगरा के ताज गंज इलाके से लिया गया हिरासत में 
दरअसल, प्रयागराज में उमेश पाल हत्‍याकांड के बाद यूपी एसटीएफ को साबरमती कनेक्‍शन सामने आया था. इसमें पता चला था कि उस्‍मान छर्रा जेल में बंद माफिया अतीक से उसके गुर्गों को मिलाने का काम करता है. साथ ही अतीक के गुर्गों को गुजरात में संरक्षण भी देता है. हत्‍या के बाद से उस्‍मान फरार था. शुक्रवार को सूचना मिली कि उस्‍मान छर्रा आगरा के ताज गंज इलाके में छिपा है. सूचना पर यूपी एसटीएफ ने अस्‍मान छर्रा को हिरासत में ले लिया.  


पोटा के तहत हो चुकी है कार्रवाई 
बता दें कि उस्मान छर्रा के खिलाफ गुजरात में 17 मुकदमे दर्ज हैं. साथ ही उस पर पोटा के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है. माफिया अतीक अहमद के साबरमती जेल में बंद होने के बाद उस्‍मान ने गुजरात में एक फ्लैट भी खरीद लिया था. बताया जा रहा है कि अतीक से मिलने वाले उसके करीबी इसी फ्लैट पर रुकते थे.  


अतीक के करीबियों को जेल में मिलाता था उस्‍मान 
पुलिस के मुताबिक, उस्‍मान छर्रा, माफिया अतीक अहमद के करीबियों को जेल में मुलाकात कराने और उन्‍हें संरक्षण देने का काम करता था. जैसे ही प्रयागराज में उमेश पाल की हत्‍या हुई उस्‍मान फरार हो गया था. उस्‍मान ने करीब 4 साल पहले अलग-अलग नाम से 45 ट्रक खरीदे थे. इसके बाद उस्‍मान ने इन वाहनों को बालू, गिट्टी और अवैध पशु तस्करी का काम करने में लगा दिया. उसके वाहनों को पास करने के लिए ‘भाईजान 786’ कोड बोला जाता है. 


कौन है उस्‍मान छर्रा 
उस्‍मान छर्रा कौशांबी के पुरामुफ्ती के हटवा का रहने वाला है. उस्मान अतीक अहमद गैंग का खास सदस्य रहा है. उसने कौशांबी से अपराध की दुनिया में कदम रखा और अतीक अहमद का शागिर्द बन गया. अतीक के गुजरात स्थित साबरमती जेल में ट्रांसफर होने के बाद उस्मान भी पीछे-पीछे वहां पहुंच गया और धीरे-धीरे गुजरात में भी अपने अपराध का कारोबार फैला दिया. 


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