मुजफ्फरनगर: पूर्वांचल दौरे के बाद अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) वेस्ट यूपी पर फोकस कर रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने  मुजफ्फरनगर में कश्यप सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पर निशाना साधा.  


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2022 में होगा बदलाव- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी अगर सत्ता में रही तो सब कुछ छीन लेगी. बीजेपी ने कहा कि आय दोगुनी कर देंगे लेकिन आय बढ़ने की जगह घट गई है. किसानों और गरीबों ने तय किया है कि बीजेपी का सफाया करेंगे. किसानों का इस बार इंकलाब होगा और 22 में बदलाव होगा. उन्होंने कहा कि सपा सरकार की लैपटॉप योजना को क्यों बंद किया, क्योंकि बाबा मुख्यमंत्री लैपटॉप चलाना नहीं जानते हैं. 


सीएम योगी पर साधा निशाना 
कैराना के पलायन मुद्दे पर सीएम योगी को घेरते हुए कहा कि अगर बाबा मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड से पलायन न किया होता तो आज यूपी के पांच साल बर्बाद नहीं हुए होते. अखिलेश ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये नफरत फैलाने वाले और लोगों के बीच दूरी पैदा करने वाले लोग हैं. इसलिए इस चुनाव में इन्हें जवाब देना होगा. बीजेपी अगर सत्ता में रही तो सब कुछ छीन लेगी. 


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परिवारवाद के आरोप कही ये बात 
परिवारवाद के आरोप पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी किसी एक परिवार की पार्टी नहीं है. बीजेपी के लोग झूठ फैलाते हैं. हम सब सिर्फ समाजवादी परिवार के लोग हैं. मुख्यमंत्री को खानदान बहुत याद आता है. खानदान की याद उनको आती है जो जाने वाला होता है, जो हारने वाला होता है. अखिलेश ने कहा कि हम पिछड़े भाइयों को भरोसा दिला रहे हैं कि मौका मिला तो आपकी गिनती भी होगी और भागीदारी भी होगी. आने वाले समय मे बदलाव होगा. 


सपा प्रमुख ने कहा कि मैं भरोसा देता हूं कि आने वाले समय में बदलाव होगा, नौजवानों-किसानों को राहत मिलेगी. भाजपा सरकार ने किसानों को बिजली के दामों का करेंट दिया. समाजवादी सरकार बनेगी तो उसमें उम्मीद से ज्यादा बिजली के बिल में राहत देंगे. पहले सिंचाई मुफ्त थी. एम्बुलेंस मुफ्त था. मैं भरोसा देकर जा रहा हूं कि आने वाले समय मे बदलाव होगा और राहत सम्मान देने वाली सरकार बनेगी.


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भाजपा ने भी किया था कश्यप सम्मेलन
गैरतलब है कि बीते 30 अक्टूबर को लखनऊ में भाजपा ने निषाद, मल्लाह, केवट, बिंद और कश्यप समाज के लिए सम्मेलन किया था. अब सपा भी वेस्ट यूपी में कश्यपों को साधने की कोशिश कर रही है. 


ये जातियां भी कश्यप समाज में आती हैं
बता दें, उत्तर प्रदेश में कश्यप वर्ग को लेकर कोई ऑफिशियल आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. साल 2001 में ही राज्य सरकार ने सामाजिक न्याय समिति गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में कहार और कश्यप जाति के करीब 25 लाख लोग हैं. राज्य में इन जातियों को निषाद समूह में रखा गया है. वहीं, निषाद, केवट, बिंद, मल्लाह जाति के लोग अपना सरनेम कश्यप लिखते हैं.


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