Metro: कान्हा के रंग में रंगी दिखेगी `ताजनगरी` की मेट्रो, यात्रियों पर होगा कूलिंग का जिम्मा, जानिए कैसे?
Up Metro Rail Corporation: आगरा मेट्रो ट्रेन में कार्बन-डाइ-ऑक्साइड बेस्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा. इस प्रणाली के तहत एयर कंडीशनिंग सिस्टम तापमान के साथ ही ट्रेन में मौजूद यात्रियों द्वारा उत्सर्जित कार्बन-डाइ-ऑक्साइड की मात्रा के अनुसार चलेगा. जानें इस मेट्रो में और भी क्या खास है.
आगराः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने रिमोट का बटन दबाकर आगरा मेट्रो ट्रेन (Agra Metro) का पहला लुक लॉन्च किया. फर्स्ट लुक में आगरा में पहले कॉरिडोर में चलने वाली मेट्रो का रंग पीला होगा. सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट कॉरिडोर पर चलेगी पीले रंग की मेट्रो ट्रेन. मेट्रो ध्वनि और प्रदूषण रहित आधुनिक तकनीक से लैस होगी. आगरा में 28 मेट्रो ट्रेन चलेंगी.
ऐसे में प्रदेश की जनता के मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आगरा में पहले कॉरिडोर में चलने वाली मेट्रो का रंग पीला क्यों होगा. आमतौर पर बीजेपी (BJP) भगवा रंग का इस्तेमाल करती है तो मेट्रो में पीले रंग के इस्तेमाल की वजह आखिर क्या है. जनता के इसी सवाल का जवाब हम लेकर आए हैं. इसके साथ ही जानेंगे कि इस मेट्रो में और भी क्या खास है.
ब्रज के पीले रंग से सराबोर होगी आगरा मेट्रो ट्रेन
सीएम योगी ने आगरा मेट्रो ट्रेन के फर्स्ट लुक का डिजिटल अनावरण किया, फर्स्ट लुक में पीला रंग नजर आया. आगरा मेट्रो का रंग पीला रखने के पीछे एक बहुत ही खास वजह बताई जा रही है. दरअसल, आगरा यानी कि ब्रज के श्याम की धरा. जहां पर भगवान कृष्ण को पीले वस्त्र लुभाते हैं. यही वजह है कि आगरा मेट्रो ट्रेन का फर्स्ट लुक भी पीला ही नजर आया.
पीले रंग की होगी मेट्रो ट्रेन
कानपुर में मेट्रो का रंग भगवा रखा गया. कयास लगाए जा रहे हैं कि ब्रज क्षेत्र होने की वजह से आगरा मेट्रो ट्रेन का रंग पीला रखा गया है. क्योंकि श्री कृष्ण भगवान को पीले वस्त्र पसंद हैं. हालांकि, पीले रंग को लेकर परियोजना निदेशक अरविंद कुमार राय का कहना है कि आगरा मेट्रो ट्रेन के रंग का निर्धारण शासन स्तर पर हुआ है. वे इस संबंध में कुछ भी नहीं बता सकते हैं.
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मेट्रो ट्रेन पर चढ़ता रहा है सियासी रंग
जानकारों के मुताबिक मेट्रो ट्रेन का रंग उत्तर प्रदेश में सरकारों के हिसाब से निर्धारित होता रहा है. सपा शासन काल में लखनऊ मेट्रो ट्रेन का रंग लाल रखा गया. वहीं, भाजपा शासन में कानपुर मेट्रो ट्रेन का रंग भगवा रखा गया. अब आगरा में मेट्रो ट्रेन का रंग पीला रखा गया है. जाहिर सी बात है बदलते सियासी माहौल में मेट्रो भी रंग बदलती रही है.
ग्रीन क्लीन एनर्जी की संकल्पना पर हुआ है मेट्रो डिपो का निर्माण
आगरा मेट्रो डिपो में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने मुख्यमंत्री को आगरा मेट्रो ट्रेन की विशेषताओं की जानकारी दी. सुशील कुमार ने बताया कि मेसर्स ऐल्सटॉम इंडिया द्वारा आगरा मेट्रो ट्रेन का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इडिंया' के तहत गुजरात के सावली में स्थित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में किया जा रहा है. आगरा मेट्रो ट्रेन रीजेनरेटिव प्रणाली सहित अन्य आधुनिक प्रणालियों से लैस होगी.
CO2 की मात्रा को माप कर चलेगा एसी, होगी ऊर्जा की बचत
आगरा मेट्रो ट्रेन में कार्बन-डाइ-ऑक्साइड बेस्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा. इस प्रणाली के तहत एयर कंडीशनिंग सिस्टम तापमान के साथ ही ट्रेन में मौजूद यात्रियों द्वारा उत्सर्जित कार्बन-डाइ-ऑक्साइड की मात्रा के अनुसार चलेगा. मेट्रो का एयर कंडीशनिंग सिस्टम सामान्य तौर पर ट्रेन में निर्धारित तापमान को बनाए रखेगा, लेकिन ट्रेन में यात्रियों की संख्या बढ़ने पर एयर कंडीशनिंग सिस्टम खुद ही कार्बन-डाइ-ऑक्साइड का आंकलन कर ऑक्सीजन युक्त साफ हवा को ट्रेन के भीतर लाएगा, जिससे यात्रियों को कभी भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
8379.62 करोड़ की है आगरा मेट्रो परियोजना
गौरतलब है कि ताजनगरी आगरा में 8379.62 करोड़ की लागत से 29.4 किलोमीटर लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है. ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहे प्रथम कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन हैं, जिसमें कि 6 ऐलिवेटिड और 7 भूमिगत स्टेशन हैं. वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बनने वाले दूसरे कॉरिडोर में 14 ऐलिवेटिड स्टेशन होंगे. फिलहाल, ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच प्रायोरिटी कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ किया जा रहा है. प्रायोरिटी कॉरिडोर में 3 ऐलिवेटिड और 3 भूमिगत स्टेशन हैं.
आगरा मेट्रो ट्रेनों में हैं कई खूबियां
1. इन ट्रेनों में 'रीजेनरेटिव ब्रेकिंग'का फीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेनों में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 45 फीसदी तक ऊर्जा को रीजनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा. वायु-प्रदूषण को कम करने के लिए इन ट्रेनों में अत्याधुनिक 'प्रॉपल्सन सिस्टम' भी मौजूद होगा.
2. इन ट्रेनों में कार्बन-डाई-ऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से चलेगा और ऊर्जा की बचत करेगा.
3. ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए ये ट्रेनें संचारित आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से चलेंगी.
4. आगरा मेट्रो की ट्रेनों की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की होगी.
5. इन ट्रेनों की डिज़ाइन स्पीड 90 किमी/घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किमी/घंटा तक होगी.
6. ट्रेन के पहले और आख़िरी कोच में दिव्यांगजनों की व्हीलचेयर के लिए अलग से जगह होगी। व्हीलचेयर के स्थान के पास ‘लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन’ होगा, जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को अधिक देर तक दरवाज़ा खुला रखने के लिए सूचित कर सकते हैं ताक़ी वे आराम से ट्रेन से उतर सकें।
7. ट्रेनों में फ़ायर एस्टिंग्यूशर (अग्निशमन यंत्र), स्मोक डिटेक्टर्स और सीसीटीवी कैमरे आदि भी लगें होंगे.
8. आगरा मेट्रो ट्रेनें थर्ड रेल यानी पटरियों के समानान्तर चलने वाली तीसरी रेल से ऊर्जा प्राप्त करेंगी, इसलिए इसमें खंभों और तारों के सेटअप की आवश्यकता नहीं होगी और बुनियादी ढाँचा बेहतर और सुंदर दिखाई देगा.
9. इन ट्रेनों को अत्याधुनिक फायर और क्रैश सेफ्टी के मानकों के आधार पर डिजाइन किया गया है.
10. हर ट्रेन में 24 सीसीटीवी कैमरे होंगे, जिनका विडियो फीड सीधे ट्रेन ऑपरेटर और डिपो में बने सेंट्रल सिक्यॉरिटी रूम में पहुंचेगा.
11. हर ट्रेन में 56 यूएसबी (USB) चार्जिंग पॉइंट्स भी होंगे.
12. इन्फ़ोटेन्मेंट के लिए हर ट्रेन में 36 एलसीडी पैनल्स भी होंगे.
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टॉक बैक बटन
इस बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकते हैं. यात्रियों की लोकेशन और सीसीटीवी का फुटेज सीधे ट्रेन ऑपरेटर के पास मौजूद मॉनीटर पर दिखाई देगा.
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