पारस गोयल/कुलदीप चौहान: मेरठ/बागपत: उत्तर प्रदेश के मेरठ में दिन निकलते ही पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई. जानकारी के अनुसार मेरठ के किठौर थाना क्षेत्र में शातिर बदमाशों ने क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर मोदीनगर के रहने वाले सर्राफ से कीमती जेवर और नकदी की लूट को अंजाम दिया. मेरठ पुलिस को पिछले कई दिनों से इस गिरोह की तलाश थी. शातिरों के ठिकाने की सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हो गई, और गिरोह को पकड़ने के लिए घेराबंदी शुरू की. अपने को घिरता देख शातिर लुटेरों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में आरोपी जुल्फिकार घायल हो गया, तो वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर गैंग के अन्य 2 आरोपी फरार हो गए. फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार कांबिंग कर रही हैं. आरोपियों के पास से लूट में शामिल आर्टिगा कार, ज्वेलरी, पर्स आदि बरामद हुआ है. 


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बागपत में भी 10 मुकदमों का आरोपी मुठभेड़ में घायल
बागपत शहर कोतवाली और एसओजी टीम ने मुठभेड़ के बाद शातिर लुटेरे फिरोज को धर दबोचा. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि शातिर लुटेरा फिरोज मुजफ्फरनगर जनपद के बुढ़ाना का रहने वाला हैं. और इस पर जानलेवा मामले सहित कई संगीन धाराओं में 10 से ज्यादा मुकदमें दर्ज  हैं. जिसमें से एक मामले में कोर्ट के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई की गई थी. पुलिस को फिरोज की तलाश थी, जिसे आज मुठभेड़ के बाद  पुलिस ने धर दबोचा है. 


उत्तर प्रदेश पुलिस का "OPERATION LANGDA"
वैसे तो यह नाम आधिकारिक नहीं है, लेकिन कुछ सीनियर अधिकारियों ने निजी तौर पर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे इस मिशन का नाम ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ (Operation Langda in Uttar Pradesh) रखा है. अधिकारियों ने जानकरी देते हुए बताया कि उनकी टीम अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान जिंदा पकड़ने की कोशिश करती हैं. मुठभेड़ के दौरान अपराधी पर कमर के नीचे गोली चले, जिससे उसकी जान को खतरा कम हो. कमर के नीचे गोली लगने से अपराधी घायल तो होगा, लेकिन जान नहीं जाएगी. मुठभेड़ के ज्यादातर मामलों में यूपी पुलिस अपराधियों को घायल अवस्था में पकड़ने में कामयाब रही है.