पुराने कॉमन बॉडी प्रोटेक्टर को सिर्फ फाइबर शीट और फोम पर खाकी कपड़ा लगाकर तैयार किया जाता था. वहीं, इस बॉडी प्रोटेक्टर को खास फाइबर मोल्डिंग शीट और रेशों से तैयार किया गया है. इसका रंग हरा होगा. क्रिकेट किट की तरह इसमें करीब 16 पार्ट होंगे.
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गोरखपुर: पत्थरबाज और उपद्रवी अब नहीं बचने वाले हैं क्योंकि उनसे निपटने के लिए उत्तर प्रदेश के हर जिले में पुलिसकर्मियों की एक स्पेशल टीम बनाई जा रही है. जिन्हें फुल बॉडी प्रोटेक्टर दिया जा रहा है. हर टीम में 20 से 50 पुलिसकर्मी होंगे. इस टीम को एंटी राइट फुल बॉडी प्रोटेक्टर एक्रूटमेंट से लैस कर दिया गया है. जिससे पत्थरबाजी के दौरान ये पुलिसवाले आगे होकर पथरबाजों को रोकेंगे. गोरखपुर से इसकी शुरुआत भी कर दी गयी है.
जम्मू-कश्मीर में हुआ था सबसे पहले इस्तेमाल
कानून व्यवस्था खराब होने की स्थिति में अब कहीं भी स्पेशल क्यूआरटी पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी, तो वे बिना डरे हर हालात से लड़ सकेंगे. यह बॉडी प्रोटेक्टर इन पुलिसकर्मियों की सुरक्षा करेगा. यह पुलिस जवानों की तरफ आने वाले हमलों को नाकाम कर देगा. दरअसल, एंटी रॉयल फुल बॉडी एक बाडी प्रोटेक्टर (सुरक्षा कवच) है, जिसे विशेष तौर पर उपद्रव के दौरान पत्थरबाजों से पुलिसकर्मियों को निपटने के लिए बनाया गया है. इस प्रोटेक्टर को पहनने के बाद टीम में शामिल पुलिसकर्मी पत्थरों से बचाव कर सकेंगे. साथ ही पत्थरबाजों का आसानी से मुकाबला कर सकेंगे. इस प्रोटेक्टर का सबसे पहले इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए किया गया था. वहां की पैरामिलिट्री और अन्य फोर्सेज यही पहनती है.
तैयार है ये गोरखपुर पुलिस की दीवार,
रोकने को हर वार,
करेगा जो अत्याचार,
यही महाबली करेंगे उसका सत्कार!#sspgorakhpur के निर्देशानुसार दंगा नियंत्रण उपकरण से लैस पुलिस फोर्स जुमे की नमाज के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत चप्पे-चप्पे पर रही मौजूद#UPPolice pic.twitter.com/5gchumRFfz— Gorakhpur Police (@gorakhpurpolice) June 24, 2022
एंटी राइट फुल बॉडी प्रोटेक्टर एक्रूटमेंट में क्या है खास?
पुराने कॉमन बॉडी प्रोटेक्टर को सिर्फ फाइबर शीट और फोम पर खाकी कपड़ा लगाकर तैयार किया जाता था. वहीं, इस बॉडी प्रोटेक्टर को खास फाइबर मोल्डिंग शीट और रेशों से तैयार किया गया है. इसका रंग हरा होगा. क्रिकेट किट की तरह इसमें करीब 16 पार्ट होंगे. यह पैर के पंजे से लेकर गर्दन तक शरीर को आगे और पीछे से सुरक्षित करेंगे. सिर को सुरक्षित करने के लिए हेलमेट अलग से पहनना होगा. फाइबर के रेशे और मोल्डिंग शीट डंडे, राड, ईंट-पत्थर आदि के प्रहार से शरीर को सुरक्षित रखेगी. इस पूरी वर्दी का वजन 6 किलोग्राम है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब यूपी पुलिस को ऐसा बॉडी प्रोटेक्टर मिलेगा.
गोरखपुर के 470 पुलिसकर्मी इस सुरक्षा कवच से लैस
गोरखपुर जोन के 11 जिलों के 470 पुलिसकर्मी इस सुरक्षा कवच से लैस हो चुके हैं. इसमें देवरिया-कुशीनगर में 38 , गोरखपुर में 50, महाराजगंज में 38, बस्ती में 68, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर और गोंडा में 38 पुलिसकर्मियों की टीम बनी है. वहीं, बहराइच में 48, बलरामपुर और श्रावस्ती में 38 पुलिसकर्मियों की टीम बनी है. इन 470 पुलिसकर्मियों में 284 जवानों को पुलिस लाइंस में दिया जाएगा. इसके साथ ही 126 थानों के, 48 अधिकारी और 12 क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) को दिया गया है. गौरतलब है कि बीते दिनों कानपुर और प्रयागराज में पत्थरबाजी की घटना हुई थी. इस बवाल को काबू करने के दौरान कई पुलिस जवान घायल हो गए थे.
तैयार है ये गोरखपुर पुलिस की दीवार,
रोकने को हर वार,
करेगा जो अत्याचार,
यही महाबली करेंगे उसका सत्कार!#sspgorakhpur के निर्देशन में #spcity द्वारा दंगा नियंत्रण उपकरण से लैस पुलिस फोर्स के साथ शांति व्यवस्था के दृष्टिगत किया गया पैदल मार्च#UPPolice @dgpup pic.twitter.com/5VUeTGbUB4— Gorakhpur Police (@gorakhpurpolice) June 24, 2022
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