UP की दो महिला सिपाहियों के पुरुष बनने का मामला पहुंचा MP, विशेषज्ञों से सलाह ले रहा पुलिस महकमा
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UP की दो महिला सिपाहियों के पुरुष बनने का मामला पहुंचा MP, विशेषज्ञों से सलाह ले रहा पुलिस महकमा

UP News: यूपी पुलिस की दो महिला सिपाहियों ने ऐसी पेशकश रखी है जिसे सुनकर पूरा पुलिस विभाग हैरान है. सवाल है कि क्या महिला सिपाहियों के लिए बदलेगा नियम.

UP की दो महिला सिपाहियों के पुरुष बनने का मामला पहुंचा MP, विशेषज्ञों से सलाह ले रहा पुलिस महकमा

लखनऊ : यूपी की दो महिला सिपाही पुरुष बनना चाहती हैं. इसके लिए उन्होंने लिंग परिवर्तन की मंजूरी मांगी है. महिला सिपाहियों ने इसे लेकर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है. हाईकोर्ट ने पुलिस मुख्यालय को नियमावली बनाकर मामले के निस्तारण का निर्देश दिया था. इसी कड़ी में यूपी पुलिस मेडिकल और कानून के जानकारों से राय ले रही है. यूपी पुलिस ने मध्यप्रदेश पुलिस से भी इस मुद्दे पर राय मांगी है. एमपी पुलिस ने एक महिला सिपाही को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लिंग परिवर्तन की अनुमति दी है.

बताया जा रहा है कि महिला सिपाहियों ने डीजी ऑफिस में अर्जी देकर जेंडर बदलवाने के लिए अनुमति भी मांगी थी. महिलाओं की अर्जी जब उच्चाधिकारियों के पास पहुंची तो वह भी दंग रह गए. महिला सिपाहियों की अर्जी को देखते हुए संबंधित पुलिस अधीक्षकों को डीजी ऑफिस की ओर से लेटर लिखकर उनकी काउंसलिंग कराने के लिए कहा गया है. गोरखपुर जिले की एलआईयू में तैनात एक महिला सिपाही ने बताया कि ''डीजी ऑफिस में प्रार्थना पत्र दिया है. मुझे बुलाकर पूछा भी गया है कि मेरा जेंडर डिस्फोरिया है. इसका सर्टिफिकेट भी आवेदन में लगाया है.'' महिला सिपाही ने बताया कि ''अभी लखनऊ मुख्यालय से कोई फैसला नहीं आया है. महिला सिपाही ने बताया कि अगर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलता है वह लिंग परिवर्तन कराने के लिए उच्च न्यायालय तक जाएंगी.''

जेंडर चेंज कराने के लिए फरवरी से लगा रहीं दौड़

अयोध्या की रहने वाली एक महिला सिपाही ने बताया कि उनका यूपी पुलिस में 2019 में चयन हुआ था. उनकी पहली तैनाती गोरखपुर थी. लिंग में परिवर्तन के लिए वह कई महीने से गुहार लगा रही हैं. महिला सिपाही ने बताया के गोरखपुर में वह एसएसपी, एडीजी फिर डीजी मुख्यालय तक जा चुकी हैं. पुरुष बनने के सवाल पर महिला सिपाही ने बताया कि पढ़ाई के दौरान ही उनका हार्मोंस चेंज होने लगा था. उसने बताया कि सबसे पहले उन्होंने दिल्ली में एक बड़े डॉक्टर से कई चरणों में काउंसिलिंग करवाई थी. डॉक्टर ने जांच पड़ताल के बाद उनका जेंडर डिस्फोरिया बताया है. डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर ही उन्होंने लिंग बदलवाने के की अनुमति मांगी है. 

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हाईकोर्ट ने सुनाया था महिला सिपाही के हक में फैसला

बताया जा रहा है कि अयोध्या की महिला सिपाही की तरह सीतापुर, गोंडा और गोरखपुर की महिला सिपाही भी अपना जेंडर बदलवना चाहती हैं. दरअसल अयोध्या की महिला सिपाही ने हाईकोर्ट में लिंग परिवर्तन के लिए अर्जी दी थी, जिस पर हाईकोर्ट ने महिला सिपाही के पक्ष में ही फैसला सुनाया था. हाईकोर्ट ने कहा था कि ''लिंग परिवर्तन कराना संवैधानिक अधिकार है. यदि आधुनिक समाज में किसी व्यक्ति को अपनी पहचान बदलने के लिए अधिकार से वंचित करते हैं या स्वीकार नहीं करते हैं तो हम सिर्फ लिंग पहचान विकार सिंड्रोम को प्रोत्साहित करेंगे.'' हाईकोर्ट ने यूपी के डीजीपी को महिला कांस्टेबल के आवेदन को निस्तारित करने का निर्देश भी दिया है.

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