विशाल सिंह/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के खाताधारकों (Uttar Pradesh account holders) को बड़ा फायदा मिलने वाला है. अब डाकघरों में डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजनाओं के जरिए पैसा आसानी से ट्रांसफर (Transfer) हो जाएगा. इस सुविधा से आम लोगों को खासकर ग्रामीणों को फायदा होगा. प्रदेश में कुल 17883 डाकघरों में से 15991 डाकघर ग्रामीण इलाकों में हैं. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सभी अपर मुख्य सचिवों, मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को पत्र भेजा है. 


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बचत खातों में NEFT सेवा शुरू
बैंकों की तरह डाकघरों के बचत खातों में एनईएफटी सेवा शुरू हो गई है. साथ ही आईएफएससी कोड (IFSC)  भी उपलब्ध कराया गया है.  इससे डाकघर और बैंक (post office and bank)  जुड़ गए हैं. डाकघर में अपना सेविंग अकाउंट रखने वाले इंटरनेट बैंकिंग के साथ मोबाइल बैंकिंग सर्विस भी उपलब्ध करा दी गई है.


सीधे धन निकासी डाकघर बचत खाते (Saving Account) से कर सकेंगे
इन डाकघरों में धन निकासी सीधे डाकघर बचत खाते से भी की जा सकती है.  आधार पेमेंट सिस्टम डाकघरों में लागू है.  इससे लोगों को पैसा निकालने में अपना समय टाइम नहीं गवाना पड़ेगा.


सबसे ज्यादा डाकघर वाले शीर्ष 5 जिले  


प्रयागराज- 415
आजमगढ़-  408
रायबरेली- 439
सीतपुर-  418
लखीमपुर खीरी- 388 


अंतरित धनराशि इस्तेमाल करने में आसानी
इस नई व्यवस्था के तहत डाक विभाग के बचत बैंक खातों में लाभार्थियों को धनराशि भेजने से लोगों को अंतरित धनराशि इस्तेमाल करने में आसानी होगी.  राज्य की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को डाकघरों के जरिए ग्रामीण स्तर पर डीबीटी योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा.


ग्रामीण अंचलों को फायदा
खास बात यह कि जहां पर बैंकिंग सेवाएं (Banking Services) उपलब्ध नहीं हैं, उन ग्रामीण इलाकों में किसानों और अन्य लोगों को डाकघर से डीबीटी (DBT) के जरिए पैसा मिल जाएगा. जिसके चलते आम लोगों को फायदा होगा.  डाकघर और बैंक आपस में भी लेन-देन संभव हो सकेगा.


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