Udham Singh Nagar: ATM में फेवीक्विक लगाकर अकाउंट कर देते थे खाली, पुलिस ने किया खुलासा
उधम सिंह नगर में शातिर बदमाशों ने एटीएम मशीन में फेवीक्विक लगाकर कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. पुलिस ने गिरोह का खुलासा किया है. बताया जा रहा है गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला है.
सतीश कुमार/उधम सिंह नगर: पिछले दिनों उधम सिंह नगर की रेलवे कॉलोनी निवासी राजेश और मोहल्ला काजी बाग निवासी अंकित ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी की उनके एटीएम से किसी अनजान व्यक्ति ने 21 हजार रुपये और 75 हजार रुपये अलग-अलग बैंकों से निकाल लिए. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना को गंभीरता से लेते हुए एक टीम का गठन किया. पुलिस ने सभी संदिग्ध व्यक्तियों पर पैनी नजर रखनी शुरू की. पुलिस की टीम ने बैंकों के इर्द-गिर्द चौकसी बढ़ा दी. इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की एक काले रंग की बिना नंबर की कार घूम रही है. पुलिस ने जैसे ही काले रंग की कार को देखा तुरंत पुलिस ने उसे रोककर उसमें सवार 3 लोगों को धर दबोचा. पूछताछ में उन्होंने अपना नाम रोहित कुमार निवासी गौतम बुधनगर, नाजिम निवासी शाहबाजपुर भवानीपुर थाना संभल ,और तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम मनीष कुमार बताया. उन्होंने यह भी बताया कि एक उनका चौथा साथी चंद्रशेखर निवासी छजारसी कॉलोनी गौतम बुधनगर अभी फरार है.
एटीएम में लगा देते थे फेवीक्विक
मंगलवार को जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने कोतवाली परिसर में घटना का खुलासा करते हुए बताया की यह शातिर किस्म के लोग कस्टमर के आने से पहले ही एटीएम की जगह फेवीक्विक लगा देते हैं, जिससे कस्टमर का एटीएम फस जाता था. इसी बीच मदद करनेके बहाने यह लोग उसको बेवकूफ बनाकर उसका पिन नंबर पूछ लेते थे. बस फिर क्या था, पलक झपकते ही कस्टमर के जाने के बाद पिलास आदि की सहायता से एटीएम निकालकर दोबारा एटीएम डालकर उनका पैसा निकाल लेते थे. कई राज्यों तक फैले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने इनके पास से स्वैप मशीन, पेटीएम मशीन, 1 पलास, फेवीक्विक के पैकेट और एक काले रंग की एक्सयूवी कार जब्त की है. इनके पास से 46 ,300 रुपये कैश बरामद किए हैं.
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पुलिस टीम को पुरस्कार
पुलिस ने टीम के 3 कांस्टेबलों की पीठ थपथपाते हुए उन्हें दस हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा भी की है. उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वह अपना एटीएम का पिन नंबर किसी को ना दें और संदिग्ध व्यक्तियों के विषय में पुलिस को सूचित करें.