हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी: एक बार फिर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा लहराया है. उत्तरकाशी जनपद के सीमांत विकासखंड भटवाड़ी बाड़ाहाट केलसू क्षेत्र के ढ़ासड़ा गांव निवासी प्रवीण राणा ने इसे संभव कर दिखाया है. उन्होंने भारत की आन-बान-शान के लिए एक बार फिर दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को भी बौना साबित कर दिया है. 


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काठमांडू नेपाल से 5 अप्रैल को हुई थी अभियान की शुरूआत 
बता दें कि प्रवीण राणा ने सफल आरोहण कर जनपद उत्तरकाशी नाम भी रोशन किया है. प्रवीण ने इस अभियान की शुरुआत 14 सदस्य दल के साथ 5 अप्रैल को काठमांडू नेपाल से शुरू की थी. तमाम उतार चढ़ाव और चुनौतियों से निपटते हुए  21 मई की सुबह 11 बजे प्रवीण राणा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा झंडा लहराया. बता दें कि इस अभियान के 14 सदस्यीय दल में प्रवीण उत्तराखंड से अकेले पर्वतारोही हैं. भारत माता के इस लाल ने उत्तराखंड के साथ-साथ भारत का भी मान बढ़ाया है.


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सविता कंसवाल ने भी किया था एवरेस्ट फतहा
आपको बता दें कि माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले प्रवीण राणा वर्तमान में  इंटरनेशनल स्कूल बेंगलुरु में स्टेटकर के पद पर तैनात हैं. प्रवीण की इस उपलब्धि पर उत्तरकाशी जनपद में खुशी की लहर है. इससे पहले भी सीमन्त ब्लॉक भटवाड़ी क्षेत्र की बेटी सविता कंसवाल ने भी एवरेस्ट की चोटी फतहा की थी.


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