Auraiya: बैंक खाते के लिए फिंगर स्कैन करवाते हैं तो सावधान, युवक को लगा 6 लाख चूना
ऑनलाइन ठगी की खबर तो अपने बहुत सुनी होगी लेकिन अब ठगी करने वाले गिरोह ने एक नया तरीका अपनाया है. यह खबर आपको जागरूक करने के लिए भी है. ठगी करने वाले लोग ओटीपी के सहारे नहीं बल्कि आप के अंगूठे के जरिए भी खाते से रुपए साफ कर रहे हैं.
गौरव श्रीवास्तव/औरैया: औरैया जनपद की एसओजी टीम ने एक ऐसा खुलासा किया है जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे. यदि आप बैंक खाते से पैसा निकालने के लिए लिए फिंगर स्कैन करवाते हैं तो सावधान हो जाइए. औरैया जनपद के विक्रमपुर गांव के रहने वाले सुरेश चंद्र ने 8 सितंबर को पुलिस को एक शिकायत दी कि मेरे खाते में करीब 6 लाख रुपए थे, लेकिन जब खाता देखा तो उसमें महज 1400 रुपये शेष मिले. सुरेश का कहना है कि मैंने कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं किया. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की. खाता धारक से पूछताछ और बैंक से हुए ट्रांजेक्शन सूबत जुटाए गए. सीसीटीवी की मदद से पीड़ित को सीसीटीवी में दिख रहे युवकों की पहचान कराई गई तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ. ठगी करने वाला आरोपी बैंक का एक कर्मचारी अवधेश निकला जिसने कि फिंगर स्कैन कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.
इस तरह की वारदात
गिरफ्तार मास्टर माइन्ड कल्लू उर्फ अवधेश कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह अपने ही गांव दिलीपपुर में सेन्ट्रल बैंक की उप शाखा चलाता है. वह गांव-गांव जाकर स्कैनर लेकर लोगों के खाते खोलता था. इसी दौरान उसकी नजर सुरेश चन्द्र के बैंक बैलेंस पर पड़ी. खाते में अधिक रुपयों को देखकर मेरे मन में लालच आ गया जिसके लिए मैंने अपने साथी सिन्टू के पैसा निकालने की योजना बनाई.
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बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत
आरोपी ने बताया कि मैंने एक फर्जी सिम कार्ड व मेरे साथी सिन्टू द्वारा एक पुराने मोबाइल की व्यवस्था की गई. हम लोगों ने बैंक के कर्मचारी को लालच देकर सुरेश चन्द्र के फर्जी हस्ताक्षर से उनके खाते में वही फर्जी सिम नम्बर एड कर दिया. इससे एटीएम कार्ड भी मिल गया. इसी एटीएम से आरोपियों ने बैंक खाते से पैसे निकाल लिए. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से सवा लाख रुपये व एक फिंगर स्कैनर साथ ही प्रिंटर जब्त कर लिया है. इस मामले में शामिल और भी बैंक कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करेगी, जो ठगी की वारदात में शामिल रहे हैं.