अभिषेक माथुर/हापुड़: हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में एक महिला ने अपने बच्चे को सड़क पर ही जन्म दिया. बताया जा रहा है कि महिला को प्राईवेट अस्पताल में ले जाया गया था लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया. इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को हुई तो सीएमओ डॉ. सुनील कुमार त्यागी ने एक जांच टीम का गठन कर दिया. जांच टीम ने मौके पर जाकर अस्पताल को सीज कर दिया है. राजस्थान की रहने वाली महिला पिछले कई वर्षों से गढ़मुक्तेश्वर में ब्रजघाट के पास अपनी मां के साथ झोपड़ी डालकर रहती है. बीती रात्रि महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो गर्भवती महिला की मां सहित आसपास के लोग उसे पास के ही निजी अस्पताल ले गये. गर्भवती महिला को देखते ही डॉक्टर ने उसे अस्पताल में भर्ती करने से इंकार कर दिया. 


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लापरवाही की हद
महिला अदर्द से कराहती रही, परिवार वाले डॉक्टर से महिला को भर्ती करने की गुहार लगाते रहे, लेकिन डॉक्टर का दिल नहीं पसीजा. थक हारकर परिवार के लोग जब महिला को वापस ले जाने लगे, तभी रास्ते में ही सड़क पर महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया. आसपास की महिलाओं ने उस गर्भवती महिला की मदद की और महिला ने अपने बच्चे को सकुशल जन्म दिया.फिलहाल, जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. लेकिन जिस तरह प्राइवेट हॉस्पिटल ने महिला को उपचार से इनकार किया, उससे उसकी और उसके बच्चे की जान जोखिम में पड़ सकती थी. 


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प्राइवेट हॉस्पिटल को किया गया सील
महिला के बच्चे को सड़क पर जन्म देने की खबर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लगी, तो अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार त्यागी एक्शन में आए. उन्होंने मामले की तफ्तीश के लिए जांच टीम का गठन कर दिया. जांच टीम में शामिल एडिशनल सीएमओ डॉ. केपी सिंह और एआरओ डॉ. आनन्द जब अस्पताल पहुंचे तो बिना बोर्ड के चल रहा अस्पताल गैरपंजीकृत मिला. अस्पताल की संचालिका डॉ. माला भी मौके पर उपस्थित नहीं मिलीं. फिलहाल, अस्पताल को जांच टीम ने सील कर दिया है.