संभावनाओं के नए दौर में प्रवेश कर रहे भारत के विकास पर पूरी दुनिया की नजर है. हमारा देश विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है. हालांकि, देश के सामने कई चुनौतियां हैं.
Trending Photos
ZEE Building New India UP: संभावनाओं के नए दौर में प्रवेश कर रहे भारत के विकास पर पूरी दुनिया की नजर है. हमारा देश विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है. हालांकि, देश के सामने कई चुनौतियां हैं. ऐसे में ZEE मीडिया ने Building New India UP के रूप में एक पहल की है, जिसमें देश के नीतियों और जनप्रतिनिधियों से देश के विकास पर चर्चा की जाएगी. इसी के साथ यह जानने की कोशिश की गई कि विकास के लिए उनका विजन क्या है. इसी क्रम में Zee यूपी उत्तराखंड के एडिटर दिलीप तिवारी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब इतने मजेदार दिए कि कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग हंस पड़े. ऐसे ही एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने हल्के फुल्के अंदाज में मीडिया की शिकायत कर डाली.
दरअसल, उनसे सवाल किया गया था कि इतनी बेबाकी से जब आप बोलते हैं तो कई बार अपने भी दुखी हो जाते हैं, विरोधी भी मजे लेते हैं. आपने बेबाकी कहां से सीखी है? इसके जवाब में गडकरी ने कहा कि मैं किसी को दुख पहुंचाने के लिए कुछ नहीं कहता लेकिन आप लोग एक वाक्य के 10 अर्थ निकाल लेते हैं. जैसे राजस्थान विधानसभा में मैंने जो बात कही थी, उसके पहले और बाद में मैंने क्या कहा था, उसका कोई जिक्र नहीं हुआ लेकिन बीच वाला वाक्य चर्चा में आ गया. गडकरी की इस बात से कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग हंस पड़े.
बता दें कि नितिन गडकरी ने बीते दिनों राजस्थान विधानसभा में कहा था कि जो विधायक है वो इस बात से दुखी है कि मैं मंत्री क्यों नहीं बना. जो मंत्री है वो इस बात से दुखी है कि मुझे अच्छा विभाग क्यों नहीं मिला. जिसे अच्छा विभाग मिला है वो सोचता है कि मैं सीएम क्यूं नहीं बना! तो हर आदमी दुखी है. गडकरी के इस बयान की खूब चर्चा हुई थी.
गडकरी ने आगे कहा कि जब मीडिया सवाल पूछता है तो मैं अपने हिसाब से लॉजिकल, लीगल और एथिकल जवाब देने की कोशिश करता हूं. उसका सीधी बात निकलने में मीडिया में कोई इंटरेस्ट नहीं होता. बात से कोई कंट्रोवर्सी या विवाद निकलता है तो मजा आती है. लेकिन मुझे लगता है सवाल और जवाब पूरा दिखाना चाहिए. जब सवाल और जवाब पूरा नहीं दिखाते तो प्रॉब्लम होती है. केवल दो वाक्य उठाकर पूरा दिन खबर चला देने से लोगों को समझने में दिक्कत होती है.
WATCH LIVE TV