Uttarakhand Disaster Diwali: उत्तरकाशी में भयावह हादसा, निर्माणाधीन टनल के टूटने से 35 मजदूर फंसे
Uttarakhand Tunnel accident: यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑल वेदर के तहत सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल के टूटने की खबर.
Uttarakhand Tunnel accident / उत्तरकाशी: उत्तराखंड में दर्दनाक हादसा हुआ है. उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन टनल के टूटने से 35 मजदूरों के फंसे होने की खबर है. यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर इस निर्माणाधीन टनल के टूटने से ये बड़ा हादसा हुआ है. फिलहाल राहत व बचाव कार्य जारी है. जिला प्रशासन, और एसडीआरएफ डकी बचाव टीम फंसे मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए मौके पर पहुंच गई. उत्तरकाशी हादसा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने जानकारी दी है कि देर रात टनल टूटने से कुल 35 मजदूर टनल के अंदर फंसे. सिर्फ जेसीपी मशीन से ही अभी टनल खुलवाने का हो रहा प्रयास. पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी मौके के लिए रवाना. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑल वेदर के तहत सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल के टूटने की खबर है. जेसीपी मशीन से ही अभी टनल खुलवाने का हो रहा प्रयास.
ऑक्सीजन की सप्लाई
शनिवार की देर रात निर्माणाधीन टनल टूटने की खबर मिलने के बाद से ही जिला प्रशासन अलर्ट हो गया. जानकारी मिली है कि मलबा सिलक्यारा की ओर 200 मीटर पर आया है. टनल के भीतर काम कर रहे सभी मजदूर 800 मीटर की दूरी पर फंस गए. मजदूरों को ऑक्सीजन पाइप से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. फिलहाल तो किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. जिला मुख्यालय से राहत और बचाव टीम मौके पर भेजी गई है.
53 मजदूरों की मौत हो गई थी
टनल टूटने की सूचना रविवार की सुबह 4 बजे मिली. मलबा हटाने का काम रेस्कयू टीम की ओर की जा रही है. लगातार मलबा आने से दिक्कतें भी कई तरह के हो रहे हैं. इससे पहले चमोली जिलें में दर्दनाक हादसा हो चुका है. 2021 में यहां पर तपोवन सुरंग में टनल में मजदूर के फंसने का हादसा हुआ. कई दिनों की कोशिश के बाद भी जिला प्रशासन को सफलता हाथ नहीं लगी थी और नई मशीनों के साथ ड्रिल का प्रयास भी विफल रहा था. कई दिनों तक राहत व बचाव कार्य प्रशासन की ओर से किया गया था लेकिन तब के हादसे में 53 मजदूरों की मौत हो गई थी.