Janmashtami 2022: अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक संस्था इस्कॉन को लेकर इन दिनों अलग ही विवाद छिड़ गया है, हरिद्वार में शांभवी धाम पीठाधीश्वर और काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने जन्माष्टमी पर इस्कॉन द्वारा भगवान श्री कृष्ण के जन्माष्टमी पर काटे जाने वाले केक पर विवादित बयान दे डाला है. उन्होंने कहा है भगवान कृष्ण उनके आराध्य हैं, जो कोई भी इस बार जन्माष्टमी पर हरिद्वार में इस तरह से भगवान कृष्ण का जन्मदिन मनाएगा और केक कटेगा या फिर माखन मिश्री के अलावा कोई और भोग लगाएगा उसे काली सेना दंड देने का कार्य करेगी.  


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स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि कई बार देखा गया है कि इस्कॉन व अन्य संस्थाओं द्वारा जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के जन्मदिन को पश्चिमी सभ्यता के अनुसार मनाया जा रहा है जिसमें भगवान कृष्ण का केक काटा जाता है और उन्हें हैप्पी बर्थडे कहा जाता है. यह हमारी संस्कृति नहीं है बल्कि हमारी संस्कृति तो भगवान श्री कृष्ण को पूजने की है.


दरअसल जन्माष्टमी पर इस्कॉन द्वारा केक काटने और पिज़्ज़ा बर्गर जैसे भोग लगाने की और पैंट-शर्ट पहनाने की कई तस्वीरें वायरल हुई जिसके बाद अब विवाद छिड़ गया है। स्वामी आनंद स्वरूप के अनुसार अब काली सेना इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. देवी देवताओं के साथ बनाए जा रहे हैं. मजाक को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि कोई भी धार्मिक संस्था जन्माष्टमी के अवसर पर इस तरह का कृत्य धर्मनगरी हरिद्वार में करती है तो उसे काली सेना दंड देने का कार्य करेगी इसके जिम्मेदार वह खुद होंगे. 


बता दें, जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लड्डू गोपाल का पूजन किया जाता है. इस साल यह जन्माष्टमी का त्योहार 18 अगस्त को पड़ रहा है. मान्यता है कि विधि-विधान से पूजा करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर में सुख समृद्धि आती है.