पूर्व परंपरा के अनुसार, ग्राम सांकरी से केदारनाथ धाम में अखंड ज्योति के लिए तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया गया है. आज तेल कलश यात्रा ग्राम सांकरी से पंच पंडा समिति के पदाधिकारियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में भुकुंड भैरव के शीतकालीन गद्दी स्थल रुद्रपुर पहुंची.
Trending Photos
हरेंद्र नेगी/रुद्र प्रयाग: सालों की परंपरा को दोबारा कायम करते हुए इस बार बाबा केदारनाथ के दर पर तेल कलश यात्रा पहुंचाई जाएगी. इस यात्रा को स्थानीय वाद्य यंत्रों और बाबा केदार की डोली के साथ केदारधाम में पहुंचाया जाएगा. बाबा केदारनाथ के धाम प्रस्थान की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है. इस प्रक्रिया के तहत जहां ओंकारेश्वर मंदिर में भैरवनाथ की पूजा-अर्चना की गई.
वहीं, केदारनाथ पंच पंडा समिति रुद्रपुर-गुप्तकाशी की ओर से पूर्व परंपरा का निर्वहन करते हुए तेल कलश यात्रा को पुनर्जीवित किया जा रहा है. परंपराओं के निर्वहन के साथ रुद्रपुर और सांकरी गांव के प्रत्येक घर से तेल एकत्रित किया गया.
केदारनाथ धाम पहुंचेगी कलश यात्रा
इसके तहत पूर्व परंपरा के अनुसार, ग्राम सांकरी से केदारनाथ धाम में अखंड ज्योति प्रज्वलित के लिए तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया गया है. आज तेल कलश यात्रा ग्राम सांकरी से पंच पंडा समिति के पदाधिकारियों और सांकरी के ग्रामीणों की उपस्थिति में भुकुंड भैरव के शीतकालीन गद्दी स्थल रुद्रपुर पहुंची. 2 मई को यह तेल कलश यात्रा विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान कर बाबा केदारनाथ की पैदल डोली यात्रा के साथ मिलेगी और फिर केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी.
1952 के बाद बद्रीनाथ की तर्ज पर तेल कलश यात्रा का शुभारंभ
पंच पंडा रुद्रपुर के अध्यक्ष अनीत शुक्ला ने बताया कि साल 1952 के बाद एक बार फिर बद्रीनाथ की तर्ज पर तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है. यह तेल यात्रा केदारनाथ धाम में अखंड ज्योति प्रज्जवलित करने के लिए निकाली जा रही है. इसमें तीन गांवों के ग्रामीण भाग लेंगे.
कलुआ ने दी छुट्टी की अनोखी अर्जी, पढ़कर आप नहीं रोक पाएंगे हंसी
परंपरा को किया गया पुनर्जीवित
तीर्थ पुरोहित ने बताया कि यह परंपराएं अति प्राचीन ग्राम रुद्रपुर पंच पंडा के द्वारा संचालित की जाती थी. बीच में ब्रिटिश शासन और विपरीत परिस्थितियों के आने के कारण यह परंपरा शुरू हुई थी. आज पंच पंडा के द्वारा रुद्रपुर ग्राम सभा के द्वारा यह कलश यात्रा पुनर्जीवित हुई है.
यह कलश यात्रा ग्राम सभा सांकरी, खुन्नू और रांसी गांव की 3 ग्राम सभाओं का तेल जाता है. कुछ कारणवश 2 ग्राम सभाएं इसमें शामिल नहीं हो सकी. इसलिए केवल ग्राम सभा सांकरी का तेल इस बार भगवान के दर पर पहुंचाया जाएगा.
WATCH LIVE TV