राम अनुज/देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट के इस्तीफा देने की बात सामने आई है. इसको लेकर अब पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि पार्टी ने कई बार जोत सिंह बिष्ट से संपर्क करने की कोशिश की है, मगर उनसे कॉन्टैक्ट नहीं हो पाया है. उनका कहना है कि किस वजह से कांग्रेस पार्टी से उन्होंने इस्तीफा दिया है, यह बात अभी साफ नहीं हुई है. प्रवक्ता का कहना है कि बिष्ट कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. इस वक्त पार्टी में उनकी जरूरत बहुत है. 


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दरअसल, उत्तर प्रदेश की बड़ी विपक्षी पार्टी में सपा में इस्तीफों की झड़ी लगी हुई थी. अब उत्तराखंड की बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस से एक वरिष्ठ नेता का इस्तीफा देना राजनीतिक गलियारों में उथल-पुथल का माहौल ले आया है.


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कांग्रेस के लिए माना जा रहा बड़ा झटका
ऐसे में उनका इस्तीफा देना सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है. प्रदेश प्रवक्ता का कहना है कि जोत सिंह बिष्ट को कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से मनाने की कोशिश करेगी. जाहिर है कि बिष्ट का इस्तीफा उत्तराखंड कांग्रेस के लिए बहुत बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है. वह हरीश रावत के करीबी भी माने जाते हैं और निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. 


उपचुनाव के बीच कांग्रेस के लिए मुसीबत
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी बिष्ट चर्चा में आए थे. उस समय उन्होंने कांग्रेस के ही कुछ नेताओं पर भीतरघात करने का आरोप लगाया था. वहीं, कांग्रेस के लिए एक मुश्किल यह है कि उत्तराखंड में चंपावत उपचुनाव है. इस दौरान बिष्ट अगर कांग्रेस का साथ छोड़ रहे हैं तो ये पार्टी के लिए बहुत मुश्किल होने वाला है.


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इसको लेकर थी बिष्ट की नाराजगी
इस्तीफा देने को लेकर जोत सिंह बिष्ट का कहना था कि चुनाव के समय उन्होंने पार्टी नेतृत्व को आगाह किया था कि कुछ कांग्रेस नेता खुलेआम बीजेपी प्रत्याशियों का समर्थन कर रहे हैं. वह बीजेपी उम्मीदवार का प्रचार करते रहे और पैसे भी बांटे. हालांकि, शिकायत करने के बावजूद इसपर कोई कार्रवाई नहीं की.


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