हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट आज भैया दूज के पवन पर्व अभिजीत मुहूर्त में दिन ठीक 12:09 बजे पर बंद होंगे. बुधवार को केदारनाथ में बाबा केदार की पंचमुखी भोगमूर्ति को चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान कर भंडारगृह से मंदिर के सभामंडप में विराजमान किया गया. बृहस्पतिवार को तड़के चार बजे से मुख्य पुजारी टी गंगाधर लिंग द्वारा केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हुई.


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Gangotri Dham: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम में कपाट बंद होने की तैयारियां शुरू, जानें तारीख और समय


मां यमुना को लेकर रवाना होंगे शनिदेव
 यमुनोत्री धाम में सुबह ब्रह्म मुहूर्त से कपाट बंद होने को लेकर पूजा-अर्चना का कार्य प्रारंभ हो चुका है. ठीक 10 बजे प्रातः शनिदेव महाराज यमुनोत्री धाम पहुंचेंगे. यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद मां यमुना की डोली शनिदेव की अगुवाई में दिन 12:33 बजे यमुनोत्री धाम से हजारों श्रद्धालुओं के साथ अपने मायके खरसाली (खुशीमठ) के लिए रवाना होंगी. आज शाम मां यमुना अपने मायके खरसाली खुशीमठ में पहुंचेगी और मां यमुना अपने मायके (खुशीमठ) खरसाली में ही आगामी 6 माह तक श्रद्धालुओं को देंगी दर्शन.
 
गंगोत्री धाम के कपाट अगले छह माह तक के लिए बंद
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट और गोवर्धन पूजा पर्व पर दोपहर के बाद बंद हो गए. दोपहर 12 बजकर एक मिनट पर शीतकाल तक के लिए बंद हो गए. गंगोत्री धाम के कपाट बंद को लेकर कल सुबह ब्रह्म मुहूर्त से ही गंगोत्री धाम में पूजा अर्चना का कार्य चला.गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद दोपहर 12:05 बजे मां गंगा की उत्सव डोली आर्मी बैंड और हजारों श्रद्धालुओं के साथ गंगोत्री धाम से मां गंगा के मायके मुखबा (उखीमठ) के लिए रवाना हुई. रात में गंगा मां की डोली ने चंडेश्वरी देवी मंदिर (माकेंडेय मंदिर) में विश्राम किया. इसके बाद 27 अक्टूबर को मां गंगा की उत्सव डोली मायके मुखबा में पहुंची, जहां पर अगले 6 महीने तक श्रद्धालु यहीं पर मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे. 


शीतकालीन प्रवास खरसाली में कर सकेंगे
शीतकाल में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु छह माह तक मां यमुना के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास खरसाली में कर सकेंगे. जिसके बाद अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर ग्रीष्म काल के लिए यमुनोत्री धाम में पुनः मां यमुना के कपाट विधिवत दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे.


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