वाराणसी: पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सबसे कारगर हथियार सोशल डिस्टेंसिंग है. इसी सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी को कायम रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 23 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी. इस लॉकडाउन की अवधि को बाद में बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया था. लॉकडाउन लोगों की भलाई के लिए ही किया गया है, लेकिन कई लोग इसका उल्लंघन करने से भी बाज नहीं आ रहे. लोग लॉकडाउन का उल्लंघन न करने पाएं इसके लिए पुलिसकर्मी दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं.


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पुलिस कर्मियों के काम को आसान बनाने के लिए पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक युवा वैज्ञानिक श्याम चौरसिया ने 'स्मार्ट सोशल डिस्टेंस अलार्म' डिवाइस तैयार किया है. इस 'स्मार्ट सोशल डिस्टेंस अलार्म' डिवाइस को सड़कों पर लगाया जा सकता है. एक से ज्यादा लोग जैसे ही इस डिवाइस के 5 मीटर के दायरे में आएंगे, इसका सेंसर एक्टिव हो जाएगा और आलर्म बजने लगेगा. अगर कहीं ज्यादा लोग इकट्ठे हैं तो यह डिवाइस नजदीकी पुलिस चौकी या थाने को अलर्ट कर देगा.


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युवा वैज्ञानिक श्याम चौरसिया के मुताबिक उन्होंने इस डिवाइस में इंफ्रारेड सेंसर, डिस्टेंस सेंसर, वाइब्रेशन सेंसर और मोबाइल फोन का उपयोग किया है. श्याम चौरसिया डिवाइस को बनाने में उन्होंने वेस्ट मैटेरियल का उपयोग भी किया है. श्याम ने बताया कि इस डिवाइस को तैयार करने में उन्हें 15 दिन का समय लगा और करीब ढाई हजार का खर्च आया. लोगों को लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करते देख श्याम को इस तरह की डिवाइस बनाने का आइडिया आया. श्याम चौरसिया कहते हैं कि उन्होंने यह डिवाइस पुलिस की मदद के लिए तैयार किया है.


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