Varanasi: श्री काशी विश्वनाथ धाम के गर्भगृह में पुजारी के रूप में पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की तैयारी है. पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की दर्शन में मदद करेंगे और भारी भीड़ को संभालने की जिम्मेदारी होगी. इनकी मंदिर में तैनाती से पहले श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए साफ्ट स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी. 


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वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. पुलिस आयुक्त के मुताबिक जल्द ही ये व्यवस्था लागू की जाएगी.  उन्होंने डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी को कहा कि विश्वनाथ धाम में आने वाले लोगों के लिए सही से दर्शन पुलिसवालों की पहली प्राथमिकता में शामिल होगा.


पुलिसकर्मियों को दी जाएगी तीन दिन की ट्रेनिंग
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल (Police Commissioner Mohit Aggarwal)  ने धाम के निरीक्षण और मीटिंग के दौरान आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इसको लेकर पुलिसकर्मियों को तीन दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे उनको श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के महत्व, काशी के महत्वपूर्ण स्थल और घाट आदि की जानकारी हो सके. इस ट्रेनिंग में ये भी कहा जाएगा कि VVIP आगमन के दौरान श्रद्धालुओं को धक्का मारकर नहीं हटाएंगे.  उनको नो टच पालिसी का पालन करना होगा.


महिला और पुरुष पुलिसकर्मी की ड्यूटी
गर्भगृह में एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी की ड्यूटी पुजारी के वेश में लगाई जाएगी, जो गर्भगृह में भीड़ नियंत्रित करेगी.  वहीं उनके सहयोग में एक-एक महिला व पुरुष पुलिसकर्मी सादे वेश में भी तैनात रहेंगे.सीपी ने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान मोबाइल या सोशल मीडिया पर बिजी नहीं रहें. मंदिर में तैनात सभी पुलिसवालों के मोबाइल में ऑफिसरों और थानों के नंबर होने चाहिए. आचरण का ध्यान रखते हुए वर्दी एवं आईकार्ड अवश्य लगाएं. गर्भ गृह में भी यथासम्भव महिला पुलिस कर्मी अधिक समय लेने वाले भक्तों को हटायेंगी. 


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