Varanasi News: सावन का चौथा सोमवार आज, काशी में शिवभक्तों को बाबा विश्वनाथ के अलौकिक दर्शन
Sawan Somvar: उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा के बढ़े जलस्तर के कारण सावन के चौथे सोमवार में भक्तों की भीड़ को देखते हुए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. तैयारियों में ... पढ़िए पूरी खबर ...
Varanasi News: उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा के बढ़े जलस्तर के कारण सावन के चौथे सोमवार में काशी विश्वनाथ में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई. योगी सरकार ने कांवड़ियों और भोले के भक्तों के लिए न केवल भव्य स्वागत के साथ पुष्प वर्षा की व्यवस्था की. बल्कि उनकी सुविधा और सुगम दर्शन का पूरा ध्यान भी रखा. सोमवार को सावन माह का चौथा सोमवार है. इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
हर सोमवार अलग रूप में दर्शन
पिछले सोमवार को 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने श्रीकाशी विश्वनाथ के ज्योतिर्लिंग का दर्शन किया था. चौथे सोमवार पर भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. इस दौरान लंबी-लंबी कतारें देखी गईं. मंदिर ट्रस्ट की ओर से काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के रुद्राक्ष शृंगार की तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं. महादेव के भक्त बाबा के इस अलौकिक स्वरूप का दर्शन पाएंगे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन माह के हर सोमवार को देवाधिदेव महादेव के अलग-अलग स्वरूप का शृंगार किया जा रहा है. इस वर्ष सावन में पांच सोमवार पड़ रहे है. बाबा हर सोमवार को अपने अलग-अलग स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं.
सबसे प्रिय महीना है सावन
औघड़दानी का सबसे प्रिय महीना सावन माह माना जाता है. सावन माह के सोमवार को बाबा के दर्शन का विशेष फल व पुण्य मिलता है. अबतक देवाधिदेव महादेव बाबा विश्वनाथ के तीन स्वरूपों में दर्शन पाकर भक्त निहाल हो चुके हैं. शिव भक्त सावन के चौथे सोमवार को बाबा के विशेष स्वरूप का दर्शन कर पाएंगे. चौथे सोमवार को देवाधिदेव महादेव का शृंगार रुद्राक्ष से किया जाएगा.
तीन बार हो चुका है अलग शृंगार
इससे पहले सावन माह में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पिछले तीनों सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अलग अलग ढंग से शृंगार किया जा चुका है. पहले सोमवार को चल प्रतिमा स्वरूप, दूसरे सोमवार को गौरी शंकर (शंकर-पार्वती) स्वरूप, तीसरे सोमवार को अर्धनारीश्वर स्वरूप में शृंगार हो चुका है. वहीं सावन के पांचवें व अंतिम सोमवार 19 अगस्त को बाबा का शंकर, पार्वती, गणेश शृंगार एवं सावन पूर्णिमा पर वार्षिक झूला शृंगार होगा.
तैयारियों का परखा गया
आपको बता दें कि सावन माह में काशी आने वाले शिवभक्तों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. वहीं गंगा के जलस्तर के बढ़ने से विश्वनाथ धाम पहुंचने के चार में से तीन द्वारों से प्रवेश संभव नहीं है. इसके बाद चौथे प्रवेश द्वार पर सोमवार को ज्यादा भीड़ होने की संभावना है. इसे लेकर मंदिर प्रशासन के साथ ही जिला और पुलिस प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप से परख लिया है.
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