Varanasi New Kashi Plan: महादेव की नगरी काशी अब पूरी तरह से बदलने वाली है. दरअसल, वाराणसी को नया लुक देने के लिए तेजी से काम हो रहा है. घाटों-मंदिरों और गलियों के शहर बनारस में बदलाव का बयार बह रहा है. इस दौर में नई काशी बसाने की परियोजना को धरातल पर उतारने की तैयारी पूरी हो गई है.
नई काशी योजना के तहत वाराणसी के विस्तार के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट मार्ग पर शहर की आउटर रिंग रोड किनारे छह नई टाउनशिप (आवासीय योजना) विकसित होगी. साथ ही अस्पतालों के लिए मेडिसिटी, उद्योग व व्यापार के लिए वर्ल्ड सिटी और शिक्षण संस्थानों के लिए विद्या निकेतन की परिकल्पना हुई है.
नई काशी में जिन टाउनशिप को बसाया जाएगा, उनमें काशी द्वार, वर्ल्ड सिटी, वैदिक सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, वरुणा सिटी और मेडिसिटी शामिल है. इसके लिए रिंग रोड किनारे के 40 गांवों की 1300 हेक्टेयर जमीन के सर्वे का काम पूरा हो गया है.
करीब 18,000 करोड़ रुपये की मांग सरकार से की गई है. जिन गांवों की जमीन ली जाएगी, वहां जमीन बेचने और खरीदने पर रोक लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि यहां से लगातार पीएम मोदी के सांसद बनने से विकास ने रफ्तार पकड़ी हुई है.
अब यहां देशभर से लोग बसने की इच्छा को लेकर इन्वेस्टमेंट चाहते हैं. ऐसे में यहां की जमीन की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. वहीं शहर में जमीन की कमी से बसना मुश्किल है. ऐसे में लोगों की सुविधा के लिए सरकार कदम उठा रही है.
प्राचीन शहर से छेड़छाड़ किए बिना शहर के विस्तारीकरण के लिए सेक्टोरल डिवलपमेंट और एकीकृत टाउनशिप योजना बनाई गई है. यहां बड़े शहरों जैसी सभी सुविधाएं मौजूद होंगी. इस योजना को धरातल पर उतारने का जिम्मा वाराणसी विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद को मिला है.
अब नई काशी योजना के लिए जमीन अधिग्रहण की तैयारी है. माना जा रहा है कि दो सालों में इस योजना का काम पूरा हो जाएगा. नए शहर के बसने से प्राचीन काशी में आबादी का दबाव कम होगा. इसके अलावा दूसरे जिले और प्रदेशों से आने वालों को बाहर ही सभी सुविधाएं मिलेंगी.
रिंग रोड के दोनों तरफ 500 मीटर तक मिश्रित भू-प्लान को मंजूरी मिली है. ये मंजूरी वाराणसी महा योजना में हुए संशोधन के बाद मिली है. ऐसे में वहां पर कमर्शियल और ऑफिस कॉम्प्लेक्स, मल्टीप्लेक्स, शोरूम्स की संभावना बढ़ गई है.
जानकारों की मानें तो नई काशी बसने के बाद क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे. इतना ही नहीं मल्टी स्टोरी बिल्डिंग भी तैयार हो पाएगी. इसे लेकर भी अभी से ही विकास प्राधिकरण के पास प्रस्ताव आने शुरू हो गए हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंजारी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास 208 एकड़ में स्पोर्ट्स सिटी बनेगी. वहीं खेवसीपुर में रिंग रोड-2 के पास 300 एकड़ में वरुणा विहार सिटी बसाई जाएगी. इसके अलावा कोइराजपुर के हरहुआ चौराहा पर 245 एकड़ जमीन में वर्ल्ड सिटी बनाई जाएगी.
ऐढ़े के निकट लालपुर में 250 एकड़ जमीन पर मेडिसिटी बनेगी. 250 एकड़ में संदहा के निकट सारनाथ में वैदिकसिटी बनाई जाएगी. रिंग रोड-3 के पास मढ़नी के निकट 210 एकड़ में विद्या निकेतन सिटी बसेगी. टाउनशिप के आसपास करीब 600 एकड़ एरिया में शहरी सुविधाएं और बाजार विकसित किए जाएंगे.