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Varanasi New Kashi Plan: बनारस में बसेगी नई काशी, छह नई टाउनशिप में होगा दिल्ली-नोएडा जैसा नजारा

वाराणसी में अब नई काशी बसाई जाएगी. इस योजना का प्लान तैयार हो गया है. बताया जा रहा है कि दो साल में ये योजना धरातल पर उतर जाएगी. जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का लुक पूरी तरह से बदल जाएगा. नई काशी हाईटेक सुविधाओं से लैस होगी.

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Varanasi New Kashi Plan: महादेव की नगरी काशी अब पूरी तरह से बदलने वाली है. दरअसल, वाराणसी को नया लुक देने के लिए तेजी से काम हो रहा है. घाटों-मंदिरों और गलियों के शहर बनारस में बदलाव का बयार बह रहा है. इस दौर में नई काशी बसाने की परियोजना को धरातल पर उतारने की तैयारी पूरी हो गई है. 

अब बसेगी नई काशी

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अब बसेगी नई काशी

नई काशी योजना के तहत वाराणसी के विस्तार के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट मार्ग पर शहर की आउटर रिंग रोड किनारे छह नई टाउनशिप (आवासीय योजना) विकसित होगी. साथ ही अस्पतालों के लिए मेडिसिटी, उद्योग व व्यापार के लिए वर्ल्ड सिटी और शिक्षण संस्थानों के लिए विद्या निकेतन की परिकल्पना हुई है.

ये टाउनशिप बसेंगे

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ये टाउनशिप बसेंगे

नई काशी में जिन टाउनशिप को बसाया जाएगा, उनमें काशी द्वार, वर्ल्‍ड सिटी, वैदिक सिटी, स्‍पोर्ट्स सिटी, वरुणा सिटी और मेडिसिटी शामिल है.  इसके लिए रिंग रोड किनारे के 40 गांवों की 1300 हेक्‍टेयर जमीन के सर्वे का काम पूरा हो गया है. 

करीब 18,000 करोड़ की डिमांड

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करीब 18,000 करोड़ की डिमांड

करीब 18,000 करोड़ रुपये की मांग सरकार से की गई है. जिन गांवों की जमीन ली जाएगी, वहां जमीन बेचने और खरीदने पर रोक लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि यहां से लगातार पीएम मोदी के सांसद बनने से विकास ने रफ्तार पकड़ी हुई है.

क्यों सरकार ने उठाया ये कदम?

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क्यों सरकार ने उठाया ये कदम?

अब यहां देशभर से लोग बसने की इच्‍छा को लेकर इन्‍वेस्‍टमेंट चाहते हैं. ऐसे में यहां की जमीन की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. वहीं शहर में जमीन की कमी से बसना मुश्किल है. ऐसे में लोगों की सुविधा के लिए सरकार कदम उठा रही है.

किसे मिला प्रोजेक्ट का जिम्मा?

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किसे मिला प्रोजेक्ट का जिम्मा?

प्राचीन शहर से छेड़छाड़ किए बिना शहर के विस्‍तारीकरण के लिए सेक्‍टोरल डिवलपमेंट और एकीकृत टाउनशिप योजना बनाई गई है. यहां बड़े शहरों जैसी सभी सुविधाएं मौजूद होंगी. इस योजना को धरातल पर उतारने का जिम्मा वाराणसी विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद को मिला है. 

जमीन अधिग्रहण की तैयारी

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जमीन अधिग्रहण की तैयारी

अब नई काशी योजना के लिए जमीन अधिग्रहण की तैयारी है. माना जा रहा है कि दो सालों में इस योजना का काम पूरा हो जाएगा. नए शहर के बसने से प्राचीन काशी में आबादी का दबाव कम होगा. इसके अलावा दूसरे जिले और प्रदेशों से आने वालों को बाहर ही सभी सुविधाएं मिलेंगी.

जल्द दिखेंगी नई इमारतें

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जल्द दिखेंगी नई इमारतें

रिंग रोड के दोनों तरफ 500 मीटर तक मिश्रित भू-प्‍लान को मंजूरी मिली है. ये मंजूरी वाराणसी महा योजना में हुए संशोधन के बाद मिली है. ऐसे में वहां पर कमर्शियल और ऑफिस कॉम्प्लेक्स, मल्टीप्लेक्स, शोरूम्‍स की संभावना बढ़ गई है. 

रोजगार के खुलेंगे रास्ते

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रोजगार के खुलेंगे रास्ते

जानकारों की मानें तो नई काशी बसने के बाद क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के नए रास्‍ते खुलेंगे. इतना ही नहीं मल्‍टी स्‍टोरी बिल्डिंग भी तैयार हो पाएगी. इसे लेकर भी अभी से ही विकास प्राधिकरण के पास प्रस्ताव आने शुरू हो गए हैं.

क्या है ये परियोजना?

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क्या है ये परियोजना?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंजारी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास 208 एकड़ में स्पोर्ट्स सिटी बनेगी. वहीं खेवसीपुर में रिंग रोड-2 के पास 300 एकड़ में वरुणा विहार सिटी बसाई जाएगी. इसके अलावा कोइराजपुर के हरहुआ चौराहा पर 245 एकड़ जमीन में वर्ल्ड सिटी बनाई जाएगी.

इन जगहों पर टाउनशिप

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इन जगहों पर टाउनशिप

ऐढ़े के निकट लालपुर में 250 एकड़ जमीन पर मेडिसिटी बनेगी. 250 एकड़ में संदहा के निकट सारनाथ में वैदिकसिटी बनाई जाएगी. रिंग रोड-3 के पास मढ़नी के निकट 210 एकड़ में विद्या निकेतन सिटी बसेगी. टाउनशिप के आसपास करीब 600 एकड़ एरिया में शहरी सुविधाएं और बाजार विकसित किए जाएंगे.