UP Tourist Places: यूपी में घूमने की बहुत सी जगहें हैं. नए साल पर अगर आप हिल स्टेशन की जगह पर इन स्थानों पर जाएंगे तो आपको अलग ही अनुभूति होगी. यूपी के इन दो जगहों के आगे तो बड़े-बड़े हिल स्टेशन फेल हैं.
छुट्टियां बितानी हो या कहीं पर घूमने का मन करे तो ज्यादातर के दिमाग में हिल स्टेशन आते हैं. अक्सर टूरिस्ट की फेवरेट ट्रैवल डेस्टिनेशन होती है. क्या आप जानते हैं कि 2024 में यूपी में दो जगह ऐसी है जो हिल स्टेशनों को भी मात देते नजर आई.
आप भी नए साल पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इन दो जगहों पर जा सकते है. यकीकन आपको घूमने के साथ-साथ धार्मिक महत्ता का भी अहसास होगा.
यूपी की इन दोनों जगहों पर पर्यटकों की बहुत भीड़ उमड़ी. आज भी इन जगहों पर लोगों का आना जाना लगा हुआ है. साल 2024 में काफी संख्या में टयूरिस्ट का फेवरेट प्लेस बनी रही.
जी हम बात कर रहे हैं रामनगरी अयोध्या की. अयोध्या पर्यटकों को लुभाने के मामले में टॉप पर रहा. राम मंदिर बनने के बाद यहां भारी संख्या में देश और विदेश से लोग आए और अभी ये सिलसिला जारी है.
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के अनुसार अय़ोध्या में 13.55 करोड़ घरेलू ट्यूरिस्ट और 3,153 विदेश पर्यटक पहुंचे जो अपने आप में ही एक रिकॉर्ड है. यहां रामभक्तों का जमावड़ा लगा रहता है.
अयोध्या के बाद नंबर आता है ताजनगरी आगरा का. पर्यटकों को अट्रैक्ट करने के मामले में आगरा दूसरे नंबर पर है.
पर्यटन विभाग के अनुसार आगरा में 12,51 करोड़ पर्यटक आए. इसमें 11.59 घरेलू और 9.24 लाख विदेशी ट्यूरिस्ट थे.
आगरा के ताजमहल को देखने के लिए कोई भी मौसम हो लोग खिचे चले आते हैं. ये भारत ही नहीं विदेशियों के भी आकर्षण का केंद्र है. इसकी खूबसुरती का हर कोई दीवाना है.
अयोध्या, आगरा के बाद अगर सबसे ज्यादा पर्यटक घूमने आए तो वो वाराणसी में आए. इस लिस्ट में 62 मिलियन घरेलू और 184.000 अंतर्राष्ट्रीय ट्यूरिस्ट के साथ तीसरे नंबर पर काशी नगरी है.
कान्हा की नगरी मथुरा-वृंदावन नंबर चार पर है.यहां आम दिनों में लोग घूमने और दर्शन करने के लिए आते हैं. त्योहार हो या नया साल भक्तों का रेला उमड़ता है.
कृष्ण की नगरी मथुरा के बाद संगमनगरी प्रयागराज आता है. यहां पर घूमने वाले और संगम में स्नान करने वालों का तांता लगा रहता है. ये मथुरा के बाद पांचवे नंबर पर है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.