वाराणसी: वाराणसी में 39 गांवों को मिलाकर पांच नई मिनी सिटी बसाने की कवायद को तेज कर दिया गया है. जिला प्रशासन ने हाईवे व रिंग रोड के किनारे वाले एरिया में पांच टाउनशिप बसाने को लेकर अपने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. प्रस्तावित टाउनशिप के अंतर्गत आने वाले 39 गांवों की भूमि की रजिस्ट्री कराने से पहले जिलाधिकारी एस राजलिंगम की ओर से आदेश जारी किया गया है कि इन भूमि को लेकर अनापत्ति प्रमाणपत्र लाया जाए जिसमें आंशिक गांव भी हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भूमि पर खांका खीचा गया


नोडल अधिकारी के तौर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन को नॉमिनेट किया गया है. केवल शर्त इतना है कि आराजी नंबर प्रस्तावित योजना के अंतर्गत न हो. कलेक्ट्रेट स्थित उप निबंधन के साथ ही पिंडरा उप निबंधन ऑफिस के बाहर योजना के अंतर्गत आने वाले गांवों की नोटिस लगाई गई है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के साथ ही आवास विकास परिषद संयुक्त तौर पर भूमि पर खांका खीचा है. भूमि का आकार 1214.6 हेक्टेयर है. 


पांच टाउनशिप के लिए बजट


वाराणसी में बसाए जा रहे इन पांच टाउनशिप के लिए 1214.6 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता पड़ने वाली है. शासन से इसके लिए 17630 करोड़ रुपये मांगे गए हैं. वैसे वीडीए की ओर से उन सभी प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है जिससे बजट आने के साथ ही काम को शुरू कर दिया जाए. बजट की मांग- 17630 करोड़ की गई है, भूमि के लिए- 11735.67 करोड़, विकास शुल्क के तौर पर 5894.11 करोड़ और भूमि कि आवश्यकता 1214.6 हेक्टेयर है.


वाराणसी विकास प्राधिकरण नई टाउनशिप बसाने में बिल्डरों की भी मदद ले रहा है. ये गांव हैं-
काशी द्वार : (पिंडरा तिराहे के पास) चकइंदर
जद्दूपुर, पिंडरा
पिंडराई, बहुतरा
बसनी, बेलवां
पुरारघुनाथपुर, कैथौली, समोगरा
सारनाथ के हसनपुर, पतरेवा
सिंहपुर, सथवां और ह्दृयपुर. 
वर्ल्ड सिटी बझियां, विशुनपुर.
देवनाथपुर, हरहुआ, इदिलपुर. 
मिर्जापुर, प्रतापट्टी, रामसिंहपुर.
सिंहापुर, वाजिदपुर.


वरुणा विहार एक और दो- (रिंग रोड फेज-दो के दोनों तरफ)
कैलहट, भगतूपुर
कोईराजपुर, गोसाईपुर अठगांवा
लोहरापुर, गोसाईपुर
वीरसिंहपुर, सरवनपुर
वाजिदपुर, सहाबुद्दीनपुर
रामसिंहपुर, सिंगापुर
देवनाथपुर, प्रताप पट्टी


और पढ़ें- CM Awas Yojana: योगी सरकार 65 हजार दिव्यांगों को देगी पक्का मकान, घर चाहिए तो पूरी करनी होंगी ये शर्तें 


Watch: राखी को इतने दिनों से पहले कभी हाथ से ना उतारें, नहीं तो जान-माल को हो जाता है नुकसान