Bheem Shila: 16 जून 2013 को जब पूरे केदारनाथ घाटी को जल सैलाब ने अपने साए में लेने को लगातार आगे बढ़ रहा था तो दो साधुओं ने केदारनाथ मंदिर के पास के एक खंबे पर चढ़कर रातभर जागकर अपनी जान बचाई थी. खंबे पर चढ़े साधुओं ने देखा कि मंदिर के पीछे के पहाड़ से बाढ़ के साथ लगभग 100 kmph की अनुमानित स्पीड से एक विशालकाय डमरूनुमा चट्टान भी मंदिर की ओर आ रहा है, साधुओं को लगा की जैसे अगले कुछ सेकंड़ों में ही उनकी जीवन लीला समाप्त होने वाली है. लेकिन अचानक ही एक चमत्तकार होता है वो वह चट्टान मंदिर के पीछे करीब 50 फुट की दूरी पर रुक गई. ऐसा लगा जैसे उसे किसी अदृश्य शक्ति ने रोक दिया हो. कथा कॉर्नर के आज के अंक में हम चर्चा उस शिला की कर रहे हैं जिसकी वजह से भगवान केदारनाथ का धाम जल प्रलय में भी सुरक्षित बच पाया...