गौतमबुद्ध नगर: सर्दियों में छा रहा घना कोहरा हाइवे पर लोगों की जान का दुश्मन बन जाता है. घने कोहरे में लो विजिबिलिटी और गाड़ी की तेज रफ्तार कइयों की जान ले चुकी है. इसको देखते हुए यमुना विकास प्राधिकरण ने तय किया है कि अब सर्दियों में कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की स्पीड लिमिट को और कम कर दिया जाएगा. अब वाहनों की स्पीड 75 कर दी गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें, पहले गाड़ियां 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती थीं, जिसे घटा कर प्राधिकरण ने अधिकतम स्पीड 80 किमी/घंटा रखने को कहा था. अब कोहरे के कहर को देखते हुए गाड़ियों की स्पीड और घटा कर 75 किलोमीटर प्रति घंटा करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, ओवर स्पीडिंग करने वालों का चालान कटेगा.


ये भी पढ़ें: मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने टेंट कारोबारी को किया प्रताड़ित, 7 के खिलाफ केस दर्ज


2 महीने के लिए लागू होगा नया नियम
इस 15 दिसंबर से 15 फरवरी 2021 तक एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की अधिकतम गति सीमा को घटाया जा रहा है. 15 दिसंबर (सोमवार) को आधी रात के बाद से यह नियम लागू हो गया है. पिछले हफ्ते इसे लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए थे. साथ ही, एक्सप्रेस-वे का संचालन और रख रखाव करने वाली कंपनी जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड को इसके लिए जरूरी उपाय निकालने को कहा गया था.


नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एक्शन
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुण वीर सिंह ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि अभी तक एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियां 100 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती थीं, लेकिन 15 दिसंबर से वाहनों की अधिकतम गति सीमा को घटाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा किया गया है. इसके साथ ही, भारी वाहन 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगे. प्राधिकरण ने यह स्पष्ट किया है कि गति सीमा का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


ये भी पढ़ें: UP में रोजगार ही रोजगार, इंग्लैंड की कंपनी लगाएगी खमीर प्लांट, 5000 युवाओं को नौकरी


घने कोहरे की वजह से होते हैं हादसे
सर्दी में पड़ने वाले कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेस-वे पर दृश्यता कम हो जाती है. इससे एक्सप्रेस-वे पर सफर करना खतरनाक हो जाता है. कोहरे के कारण एक्सप्रेस-वे पर पिछले दिनों में कई यात्रियों की जान गई हैं. पिछले हफ्ते ही एक्सप्रेस-वे पर सही से न दिखाई देने की वजह से दो लोगों की मौत हुई है. बता दें, यमुना एक्सप्रेसवे पर हर साल 100 से ज्यादा लोगों की जान जाती है. 2019 में यमुना एक्सप्रेसवे पर लगभग 350 सड़क हादसों में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. 2018 में मौत का आंकड़ा करीब 111 रहा. वहीं, 2017 में लगभग 146. यह हादसे सिर्फ कोहरे की वजह से नहीं, बल्कि ओवर स्पीडिंग और गाड़ियों पर नियंत्रण खो देने की वजह से भी हुए हैं. 


WATCH LIVE TV