नई दिल्लीः यूपी में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को भावी सीएम घोषित किया है. वहीं इतने बड़े राज्य के लिए पार्टी ने दो उप मुख्यमंत्री भी बनाए है. जिनमें से एक बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा का.


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आपको बताते है कि कौन है दिनेश शर्मा-


बेदाग छवि के नेता


53 साल के दिनेश शर्मा यूपी में बीजेपी का पढ़ा-लिखा चेहरा माने जाते हैं. मेयर बनने से पहले शर्मा लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के तौर पर काम कर रहे थे।साल 1992 में शर्मा ने लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ाना शुरू किया. शर्मा लखनऊ यूनिवर्सिटी के कॉमर्स डिपार्टमेंट में प्रोफेसर है. 


लखनऊ : दिनेश शर्मा बने बीजेपी सदस्यता अभियान के प्रमुख


मोदी-शाह के करीबी


मेयर और प्रोफेसर दिनेश शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस के पसंसदीदा नेता हैं. माना जा रहा है कि शर्मा पर्दे के पीछे रहते हुए पार्टी को विधानसभा चुनाव और इससे पहले लोकसभा चुनाव जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.


शर्मा और शाह की नजदीकियों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी नें सदस्यता बढ़ाने के महाअभियान की कमान उन्हें सौंपी गई थी. शर्मा अपनी इस जिम्मेदारी पर खरे भी उतरे. उनकी अगुवाई में बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई. 


लव-जेहाद बम से भी ज्यादा खतरनाक : दिनेश शर्मा


राजनीतिक सफरनामा 


दिनेश शर्मा वर्तमान में लखनऊ के मेयर है. अगस्त 2014 को पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी. अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2006 में अपना आखिरी भाषण भी शर्मा को ही चुनाव जिताने के लिए दिया था.


शर्मा यूपी की राजनीति में खास पैठ रखने वासे कल्याण सिंह और कलराज मिश्र के भी करीबी माने जाते है. शर्मा को लेकर कहा जाता है कि वे उन गिने चुने नेताओं में से हैं, जिन्हें पार्टी के अच्छे दिनों में सबसे ज्यादा ईनाम मिला है.