उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही, 40 लोगों की मौत; CM ने किया मुआवजे का ऐलान
Heavy Rain in Uttarakhand: लैंडस्लाइड के चलते नैनीताल तक जाने वाली तीन सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह थम गई है, इस वजह से इस पर्यटक स्थल का राज्य के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है.
नई दिल्ली: अक्टूबर के जाने में अब कुछ ही दिन और बचे हैं और मॉनसून बीते भी महीनों हो गए हैं. लेकिन बेमौसम बारिश है कि जाने का नाम ही नहीं ले रही है. देश के कई राज्य इस बेमौसम बारिश का दर्द झेल रहे हैं और सबसे ज्यादा उत्तराखंड और केरल की स्थिति खराब है. उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से बारिश से हालात बदतर हो गए हैं. कई इलाकों में भारी बारिश से लैंड स्लाइड की घटनाएं भी हुई हैं. बाढ़-बारिश की वजह से अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें सबसे ज्यादा 25 मौतें नौनीताल में हुई हैं.
कई राज्यों के पर्यटक फंसे
भारी बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है. कई इलाकों में नदी के बहाव के कारण पुल टूट गए हैं. इस वजह से स्थानीय लोग और पर्यटक फंसे हुए हैं. लोगों को निकालने के लिए एयरफोर्स को लगाया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और स्थिति का जायजा लिया.
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नैनीताल में भारी बारिश से हाहाकार
भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते नैनीताल तक जाने वाली तीन सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह थम गई है, इस वजह से इस पर्यटक स्थल का राज्य के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में कहा कि बादल फटने और लैंडस्लाइड के बाद कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. धामी ने आश्वस्त किया कि सेना के तीन हेलीकॉप्टर राज्य में चल रहे राहत एवं बचाव अभियानों में मदद करने के लिए जल्द पहुंचेंगे. इनमें से दो हेलीकॉप्टरों को नैनीताल भेजा जाएगा, जहां भारी बारिश से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है.
मुआवजे का ऐलान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान कर दिया है. सीएम ने उधमसिंह नगर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात के बाद कहा, 'राज्य में आई आपदा में 40 लोगों की मौत हुई है. मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और जिनके घर टूटे हैं उन्हें 1 लाख 9 हजार रुपये दिए जाएंगे. जिन्हें पशु हानि हुई है उनकी भी सहायता की जाएगी.'
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाजपुर, रामनगर, किच्छा और सितारगंज में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ का जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत और राज्य के DGP अशोक कुमार भी मौजूद रहे.
चारधाम यात्रियों से अपील
मुख्यमंत्री ने सभी जिला मजिस्ट्रेटों से किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने और जल्द से जल्द उन्हें एक रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है. उन्होंने लोगों से न घबराने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने चारधाम यात्रियों से फिर अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रुक जाएं और मौसम में सुधार होने से पहले अपनी यात्रा शुरू न करें. उन्होंने चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के जिला मजिस्ट्रेट से चारधाम यात्रा मार्ग पर फंसे हुए तीर्थयात्रियों की खासतौर से देखभाल करने का निर्देश दिया.