Muslims objected to Hindus lighting Diwali: नवी मुंबई के तलोजा सेक्टर 9 स्थित पंचानंद सोसायटी में दिवाली की सजावटी लाइट्स को लगाने को लेकर सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें दो समुदायों के निवासियों के बीच गरमागरम बहस होती दिखाई दे रही है. यह मामला तब सामने आया जब सोसायटी के कुछ मुस्लिमों ने दिवाली के मौके पर सोसायटी के सार्वजनिक क्षेत्रों में रोशनी करने पर आपत्ति जताई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुस्लिम समुदाय के हैं चेयरमैन
नवी मुंबई के एक सोसायटी के चेयरमैन ने सोसायटी के लोगों को दीपावली पर लाइट लगाने से रोक दिया है. यह चेयरमैन मुस्लिम समुदाय का बताया जा रहा है. लोगों ने चेयरमैन पर महिलाओं के साथ अभद्रता का भी आरोप लगाया है.पूरा मामला महाराष्ट्र के नवी मुंबई का है. यहां के तलोजा स्थित पंचानंद सोसायटी में बीते सोमवार को चेयरमैन ने लोगों को दीपावली पर लाइट लगाने से मना कर दिया, जिसके बाद हंगामा देखने को मिला. लोगों ने चेयरमैन पर लाइट लगाने पर महिलाओं के साथ गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है.


देखें वीडियो:- 



जानें पूरा मामला
बताया जा रहा है कि जब पंचानंद सोसायटी के लोग दीपावली के अवसर पर 28 अक्टूबर को अपने घरों के बाहर और इमारत पर लाइट लगा रहे थे, उस समय सोसायटी के चेयरमैन ने लाइट लगाने को लेकर अपनी आपत्ति जताई थी और उसने लाइटिंग निकालकर फेंकने की धमकी भी दी. दोनों पक्षों के बीच लाइट लगाने को लेकर बहस होने लगी. मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों की तरफ से काफी सारे लोग इकट्ठे हो गए. जिसके बाद लाइटिंग नहीं करने के लिए सोसायटी के चेयरमैन और उसके साथियों ने लोगों से गाली गलौज की और लाइट उखाड़ फेंकने की बात भी कही.



वीडियो भी वायरल
मामले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक शख्स दूसरे पक्ष को ये समझाता नजर आ रहा है कि त्योहार पर लाइट इमारत को सुंदर बना रही हैं, हालांकि चेयरमैन और उसके साथ के लोग इसको सुनने को तैयार नहीं हो रहे हैं. घटनाक्रम की सूचना पर पूरे मामले की जांच के लिए मौके पर तलोजा पुलिस पहुंची और एक पक्ष के खिलाफ गाली गलौज और लोगों को धमकी देने का एफआईआर दर्ज किया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.


चार महीने पुराने विरोध से जुड़ा है नया विवाद
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार विवाद जून 2024 में हुई एक बैठक से जुड़ा हुआ है. उस समय सोसायटी में यह निर्णय लिया गया था कि किसी भी त्योहार या सांस्कृतिक गतिविधि को सार्वजनिक क्षेत्रों में आयोजित नहीं किया जाएगा. इस निर्णय के आधार पर मुस्लिमों ने दिवाली के लिए सजावटी लाइट्स लगाने का विरोध किया और जून में हुए फैसले का पालन करने की मांग की है. वायरल वीडियो में दोनों पक्षों को आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है.