Agra News: ताजनगरी आगरा में रविवार को अवैध कब्जा हटाने के दौरान राधा स्वामी सत्संग सभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई. सत्संगी सभा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर न सिर्फ पथराव किया बल्कि मारपीट भी की.


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पथराव में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) समेत 20 पुलिसकर्मी और छह सत्संगी घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि घटना दयालबाग क्षेत्र की है.


सत्संगियों ने डाली काम में रुकावट 


पुलिस उपायुक्त (शहर) सूरज राय ने बताया कि रविवार को राजस्व विभाग और पुलिस की टीम चक रोड पर कथित रूप से अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी. इस दौरान राधास्वामी सत्संगियों ने कार्रवाई में रुकावट डालने की कोशिश की. 


उन्होंने बताया कि हजारों की संख्या में जुटे सत्संगियों ने पुलिस को घेर लिया और लाठी-डंडों से हमला कर दिया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया. इसके बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया और पथराव शुरू हो गया.


पुलिस उपायुक्त ने बताया कि भीड़ को बढ़ता देख अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया. पथराव में एक डीसीपी और एसीपी समेत 20 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं. कुछ मीडियाकर्मी और लगभग छह सत्संगी भी घायल हुए हैं.


दोबारा एक्शन की चेतावनी


राय ने बताया कि राजस्व विभाग और पुलिस अधिकारियों के बीच हुए विचार-विमर्श के बाद सत्संगियों को कब्जे से संबंधित दस्तावेज प्रशासन के सामने पेश के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है. ऐसा नहीं करने पर दोबारा कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.


दरअसल शनिवार को ही आगरा जिला प्रशासन ने सत्संगियों के कब्जे से करीब 100 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त कराई थी. इस मामले में पुलिस ने अपनी तरफ से सत्संगियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. 


खुले आम दी कानून-व्यवस्था को चुनौती


मगर हैरानी वाली बात है कि सत्संगियों ने कानून व्यवस्था को खुलेआम चुनौती देते हुए दोबारा से सार्वजनिक सड़कों पर गेट लगा कर कब्जा कर लिया. प्रशासन की टीम ने उसे फिर तोड़ दिया और गेट भी अपने साथ ले गई. प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ देर बाद ही रात में सत्संग सभा ने फिर से गेट लगा दिया.


इस मामले में पुलिस और सदर तहसील के अधिकारी कब्जा हटाने के लिए गए तो सत्संगियों ने एक होकर पुलिस प्रशासन पर पथराव और लाठी डंडों से हमला बोल दिया. पथराव के चलते एक दर्जन से ज्यादा पुलिस कर्मी और अधिकारी घायल हो गए. 


बावजूद इसके सत्संगियों के सामने आगरा पुलिस असहाय बनी रही. बवाल बढ़ता देख जिला प्रशासन एक दिन की मोहलत देकर वापस लौट गया. राजस्व विभाग की ओर से सभा के सदस्यों पर मामला दर्ज कराया गया है, जिसमें 12 लोग नामजद हैं.


(एजेंसी इनपुट के साथ)