नई दिल्ली : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ओर से शुरू किए गए नए सतर्कता अभियान के तहत इस बल के उन अधिकारियों की शिनाख्त संदिग्ध के तौर पर होगी जो भव्य जीवनशैली जीते हैं या महंगे क्लब के सदस्य हैं. अधिकारियों के एक धड़े ने इस सतर्कता अभियान से जुड़ी शर्तों को हास्यास्पद करार दिया है.


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बीएसएफ संदिग्ध विश्वसनीयता वाले अधिकारियों की शिनाख्त करने के लिए नियमित तौर पर गोपनीय अभियान चलाती है, लेकिन इस बार कुछ नए आयाम जोड़े गए हैं. 


सूत्रों का कहना है कि सीबीआई द्वारा बीएसएफ के एक वरिष्ठ कमांडिंग अधिकारी (सीओ) की गिरफ्तारी किए जाने के बाद यह ताजा कदम उठाया गया है. भारत- बांग्लादेश सीमा पर तैनात इस अधिकारी को तस्करों से सांठगांठ के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उसके पास से 45 लाख रुपये बरामद किए गए थे.


IAS अधिकारी जांच के घेरे में
भारतीय प्रशासनिक सेवा के कम से कम 39 अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार में कथित संलिप्तता तथा अन्य अनियमिमताओं के आरोपों की जांच की जा रही है. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि IAS अधिकारियों के लिए नोडल अथॉरिटी के रूप में काम करने वाली डिपाटर्मिेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (डीओपीटी) यह कार्रवाई कर रही है.


इन अधिकारियों के अलावा केंद्रीय सचिवालय सेवा के 29 अधिकारी भी अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर रहे हैं. सूत्रों ने दावा किया कि शिकायत के आधार पर और सर्विस रिकॉर्ड की समीक्षा करने के बाद 68 अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है. इनमें से कुछ वरिष्ठ स्तर पर कार्यरत है. केन्द्र सरकार सेवा आपूर्ति और शासन तंत्र को और सुधारने के प्रयास के तहत अपने कर्मचारियों की समीक्षा कर रही है.