नई दिल्‍ली : शराब कारोबारी और संकटग्रस्त किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने के मामले में जांच से घिरे विजय माल्या के देश छोड़कर चले जाने के बाद विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को माल्‍या के खिलाफ अहम सबूत हाथ लगे हैं। सूत्रों के अनुसार,
माल्‍या ने विदेशों में अपने पैसे ट्रांसफर कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि माल्‍या ने ये पैसे टैक्‍स हेवेन देशों में ट्रांसफर किए हैं। दूसरी ओर, माल्‍या के केस को एथिक्‍स कमेटी के पास भेजा गया है। गौर हो कि माल्या के ऊपर बैंकों का 9000 हजार करोड़ रुपये बकाया है। उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। माल्‍या दो मार्च को ही देश छोड़कर जा चुके हैं।  


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सूत्रों के अनुसार, माल्‍या के पैसों की लेनदेन की अब ईडी जांच करेगी। प्रवर्तन निदेशालय के हाथ माल्या के खिलाफ कई सबूत हाथ लगे हैं, जिनसे पता चला है कि उन्‍होंने लोन का पैसा अवैध तरीके से विदेश भेजा था। उधर विजय माल्या ने कहा है कि वह भारत तो लौटना चाहते हैं लेकिन उन्हें आशंका है कि उनके साथ निष्पक्ष व्यवहार नहीं होगा।


 


सूत्रों के अनुसार, ईडी के हाथ लगे सबूत के अनुसार, माल्या ने लोन का पैसा अवैध तरीके से विदेश भेजा था। ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि बिना बताए बैंक लोन का पैसा विदेशी खातों में ट्रांसफर नहीं किया जा सकता। इस बारे में बैंकों को भी सूचित नहीं किया गया था। इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं, सीबीआई बैंक लोन से जुड़ी फाइलें पहले ही अपनी कस्टडी में ले चुकी है। इस मामले में ईडी आईडीबीआई बैंक के अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन जारी कर चुकी है।


विजय माल्या 2 मार्च को ब्रिटेन चले गए थे, उनके जाने के बाद से ही विपक्ष इसमें सरकार की भूमिका लेकर हंगामा कर रहा है। उसका आरोप है कि सरकार ने देश छोडने में उद्योगपति की मदद की है। राज्यसभा में सोमवार को भी कांग्रेस ने विवादों में घिरे उद्योगपति विजय माल्या के देश छोड़ कर जाने के मुद्दे पर भारी हंगामा किया और सरकार पर लुकआउट नोटिस में बदलाव कर माल्या को भागने में मदद देने का आरोप लगाया। हालांकि आसन की ओर से इस मुद्दे को उठाने की यह कहकर इजाजत नहीं दी गई कि यह मामला सदन की आचार समिति में भेजा जाना चाहिए।


उधर, चेक बाउंस मामले में हैदराबाद की एक अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। इस बीच, खबरों में माल्या के हवाले से कहा गया है कि यह उनके भारत लौटने का सही समय नहीं है। जीएमआर हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. को दिये गये 50 लाख रुपये का चेक बाउंस होने के मामले में उद्योगपति विजय माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। शहर की एक अदालत ने माल्या के इस मामले में पेश नहीं होने के बाद उनके खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया। इस बीच, माल्या ने एक न्‍यूज पेपर को ई-मेल से भेजे साक्षात्कार में कहा है कि मैं दिल की गहराइयों से भारतीय हूं। निश्चित रूप से मैं लौटना चाहता हूं। लेकिन मुझे यह भरोसा नहीं है कि मुझे अपना पक्ष रखने का उचित अवसर दिया जाएगा। मुझे नहीं लगता यह लौटने का सही समय है। इसके साथ ही माल्या ने ट्वीट किया कि ब्रिटेन का मीडिया उनके पीछे लगा हुआ है और उन्हें तलाश रहा है। उन्होंने ट्वीट किया कि मैं मीडिया से बात नहीं करूंगा, इसलिए अपना समय खराब नहीं करें।