Nilesh Rai Encounter: नीलेश राय एक कुख्यात अपराधी था, जिस पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी जैसे 16 संगीन मामले दर्ज थे. 21 फरवरी 2024 को जब पुलिस ने बेगूसराय के गढ़हरा थाना क्षेत्र में छापेमारी की थी, तो वह अपने साथियों के साथ बिहार पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग कर भाग गया था.
Trending Photos
Nilesh Rai News: बिहार के कुख्यात बदमाश निलेश राय का 5 जून को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एनकाउंटर हो गया. यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बिहार एसटीएफ की टीम ने मुठभेड़ में निलेश राय को मार गिराया. यह घटना मुजफ्फरनगर के रतनपुरी इलाके की है. पुलिस के अनुसार निलेश राय के ऊपर 2.25 लाख रुपये का इनाम था. जब निलेश के साथ मुठभेड़ हुई तो वो गंभीर रूप से घायल हो गया, जब उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है तो उसने दम तोड़ दिया.
On June 5, in a joint operation of UP STF's Noida Unit and Bihar STF, there was an encounter with the criminals in Thana Ratanpuri Muzaffarnagar area, in which Bihar's notorious criminal Nilesh Rai, on whom a reward of Rs 2.25 lakh was declared from Bihar, was seriously injured… pic.twitter.com/dDf1XMpzez
— ANI (@ANI) June 5, 2024
नीलेश राय एक कुख्यात अपराधी था, जिस पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी जैसे 16 संगीन मामले दर्ज थे. 21 फरवरी 2024 को जब पुलिस ने बेगूसराय के गढ़हरा थाना क्षेत्र में छापेमारी की थी, तो वह अपने साथियों के साथ बिहार पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग कर भाग गया था. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यूपी एसटीएफ और कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने इस घटना की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि बेगूसराय (बिहार) के रहने वाले नीलेश राय पर हत्या, लूट और जबरन वसूली सहित 16 मामले दर्ज थे. यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बिहार एसटीएफ के संयुक्त अभियान में मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना क्षेत्र में अपराधियों के साथ मुठभेड़ हुई. उस पर बिहार सरकार द्वारा 2.25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
पुलिस को निलेश राय की काफी दिनों से तलाश थी. जानकारी मिली थी कि वह यूपी के मुजफ्फरनगर में छुपा हुआ है. इस सूचना के बाद बिहार एसटीएफ और यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने मुजफ्फरनगर पुलिस के साथ मिलकर उसे पकड़ने की योजना बनाई. इसी दौरान मुठभेड़ हो गई, जिसमें निलेश राय मारा गया. निलेश राय का नाम कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल था. इस प्रकार बिहार और यूपी एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई से एक खतरनाक अपराधी का अंत हो गया, जिससे इलाके में अपराध के खौफ से जनता को राहत मिली है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से अपराधियों में कानून का डर बढ़ेगा और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित होगी.