नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने घात लगाकर जिस जगह पर कल तांडव मचाया, उस जगह पर खौफनाक मंजर भी पसरा हुआ है. घटना स्थल के कई पेड़ों पर गोलियों के निशान देखे जा सकते है.


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घटना स्थल पर पसरा है खौफनाक मंजर 






नक्सलियों ने जिस एके 47, एसएलआर राइलफल्स का इस्तेमाल किया उनकी गोलियां भी घटना स्थल पर बरामद की गई है. नक्सलियों ने जवानों पर हमले के लिए आईईडी लगी तीरों का भी इस्तेमाल किया जिन्हें बरामद किया गया है. जवानों पर हमले के लिए नक्सलियों ने देसी बमों का भी इस्तेमाल किया. पेड़ों पर गोलियों के निशान के अलावा जमीन पर जवानों के पानी के बोतल भी मिले है. लेकिन घटना स्थल जवानों की बहादुरी की दास्तां भी बयां कर रहा है जब थोड़े से जवानों ने 300 नक्सलियों से लोहा लिया और डटकर मुकाबला किया.


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नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई की रणनीति की होगी समीक्षा


केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई की रणनीति का अवलोकन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर उस पर पुन: विचार किया जाएगा ताकि माओवादियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जा सके.सिंह ने रायपुर के माना स्थित चौथी बटालियन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत में गृहमंत्री ने इस हमले को नक्सलियों की कायराना हरकत बताया और कहा कि क्षेत्र में हो रहे विकास से नक्सली बौखलाए हुए हैं. इसलिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि नक्सलियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. सिंह ने संकेत दिए कि लड़ाई की रणनीति के संबंध में आठ मई को एक महत्वपूर्ण बैठक होगी.


कल 25 जवान हुए शहीद


छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में कल नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवान शहीद हो गए थे. शहीदों को गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलीरामजीदास चंदन, मुख्यमंत्री रमन सिंह और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की. सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल गांव के करीब नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला किया था. चिंतागुफा थाना क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 74वीं बटालियन की दो कंपनियों को बुरकापाल से चिंतागुफा के मध्य बन रही सड़क की सुरक्षा में रवाना किया गया था. दल जब बुरकापाल से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की.