Waqf Board Land and Property Details: केंद्र सरकार वक्फ कानून में बदलाव करने की तैयारी में है. सरकार वक्फ बोर्ड की शक्तियों पर अंकुश लगाने के लिए आज संसद में संशोधन बिल ला सकती है. सूत्रों के मुताबिक, आज (5 अगस्त) संसद में सरकार संशोधन के लिए कानून पेश कर सकती है. प्रस्तावित संशोधनों के तहत वक्फ बोर्ड के दावों का अनिवार्य रूप से वेरिफिकेशन किया जाएगा. साथ ही वक्फ की विवादित संपत्तियों का भी सत्यापन जरूरी होगा. संशोधनों के जरिए केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की अनियंत्रण ताकत को खत्म करना चाहती है. किसी भी संपत्ति को अपनी संपत्ति का कहने के इसकी 'अनियंत्रित' अधिकार में कटौती की जा सकती है. मौजूदा अधिनियम में 40 संशोधन का प्रस्ताव है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आखिर वक्फ बोर्ड क्या है और यह कैसे काम करता है. इसके साथ ही वक्फ बोर्ड के पास कितनी संपत्ति (Waqf Board Property) है?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वक्फ बोर्ड के पास है कितनी जमीन?


जमीन के मामले में वक्फ बोर्ड (Waqf Board) सेना और रेलवे के बाद तीसरी सबसे बड़ी संस्था है. शुरुआत में मूल रूप से पूरे भारत में वक्फ बोर्ड के पास लगभग 52 हजार संपत्तियां थीं. पिछले साल फरवरी में अल्पसंख्यक मंत्रालय ने लोकसभा में वक्फ बोर्ड की संपत्ति की जानकारी दी थी और बताया था कि मुस्लिमों की इस संस्था के पास दिसंबर, 2022 तक कुल 8,65,646 अचल संपत्ति थी. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 13 साल में ही वक्फ बोर्ड की संपत्ति दोगुनी हो गई है. भारत में वक्फ बोर्ड के पास 2009 तक चार लाख एकड़ भूमि पर 3 लाख पंजीकृत संपत्तियां थीं और आज की तारीख में आठ लाख एकड़ से अधिक जमी पर पर 8,72,292 संपत्तियां हैं.


ये भी पढ़ें- वक्फ प्रॉपर्टी क्या होती है, अब क्या बदलने वाला है जिस पर भड़के हुए हैं कुछ मौलाना


वक्फ का मतलब क्या है?


वक्फ एक अरबी शब्द है, जो वकुफा से बना है और इसका मतलब है 'ठहरना'. इस्लाम में, वक्फ का मतलब अपनी कोई चीज लोगों की मदद के लिए दे देना है. यह एक तरह का दान होता है. जो लोग इस्लाम मानते हैं. जैसे, कोई मुसलमान अपनी जमीन या घर लोगों की भलाई के लिए दे सकता है. ये चीजें फिर वक्फ बोर्ड के पास चली जाती हैं और बोर्ड इन चीजों से आने वाले पैसे से गरीबों या जरूरतमंदों की मदद करता है.


वक्फ बोर्ड का गठन कब हुआ था?


भारत में वक्फ बोर्ड का गठन एक चरणबद्ध प्रक्रिया रही है और इसका कोई एक निश्चित वर्ष नहीं बताया जा सकता. यह विभिन्न राज्यों में अलग-अलग समय पर हुआ है. भारत में केंद्रीय स्तर पर वक्फ परिषद का गठन 1964 में हुआ था. यह अल्पसंख्यक मंत्रालय के अधीन कार्य करती है. विभिन्न राज्यों में वक्फ बोर्डों का गठन अलग-अलग कानूनों और समय के अनुसार हुआ है. अधिकांश राज्यों में वक्फ बोर्डों का गठन 1950 और 1960 के दशक में हुआ था.


ये भी पढ़ें- जिस 'वक्फ बोर्ड' को अंग्रेजों ने बताया था अवैध, नरसिम्हा राव सरकार ने क्यों बढ़ाई उसकी ताकत?


क्यों हुआ वक्फ बोर्ड का गठन?


वक्फ बोर्ड का गठन भारत में मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था. वक्फ बोर्ड एक सरकारी संस्था है जो मुस्लिम समुदाय के हितों की रक्षा करती है. वक्फ बोर्ड का गठन मुस्लिम समुदाय द्वारा दान की गई संपत्ति को व्यवस्थित तरीके से प्रबंधित करने के लिए किया गया था. वक्फ बोर्ड का उद्देश्य वक्फ संपत्ति को अतिक्रमण और दुरुपयोग से बचाना, वक्फ संपत्ति से होने वाली आय को धार्मिक और सामाजिक कार्यों में लगाना है. वक्फ बोर्ड का काम वक्फ संपत्ति से संबंधित विवादों का निपटारा करना है. वक्फ बोर्ड समय-समय पर विवादों में भी रहता है, खासकर वक्फ संपत्ति से जुड़े विवादों को लेकर हमेशा से विवाद रहा है.