Wayanad Landslide Updates: केरल के वायनाड में हर तरफ चीख-पुकार मची है. रोने की आवाज कानों में चुभ रही है. लैंडस्लाइड के बाद वायनाड के लोग सदमे में हैं. इस दर्द से उबरने में लोगों को लंबा वक्त लग जाएगा. सुरक्षाबल और एजेंसियां अब भी राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक लैंडस्लाइड की वजह से अब तक 123 लोग जान गंवा चुके हैं. अब भी कई लोग लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.



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वायनाड में भारी तबाही


केरल के पर्वतीय जिले वायनाड में भारी बारिश के कारण आए लैंडस्लाइड ने भारी तबाही मचाई है. भारतीय सेना, एनडीआरएफ, राज्य पुलिस और अन्य एजेंसियां मिलकर बचाव अभियान चला रही हैं. मलबे में दबे लोगों को बचाने और लापता लोगों की तलाश जारी है. 122 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) मद्रास की एक टीम को बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है. सेना का इंजीनियरिंग समूह भी जल्द ही वायनाड पहुंचेगा.



बेहद बुरे हालात..



अब तक 84 लोगों की मौत


एनडीआरएफ के कई दल बचाव कार्य में लगे हुए हैं. आंकड़ों के मुताबिक हादसे की जगहों से अब तक 84 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. कई लोगों को बचाया भी गया है. मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने बचाव कार्यों के लिए सभी संसाधन जुटाने का आदेश दिया है. नौसेना, वायु सेना और राज्य पुलिस भी बचाव कार्य में मदद कर रही हैं. माकपा और कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में मदद करने का आह्वान किया है.


सभी स्तरों पर प्रयास


राज्य सरकार प्रभावित लोगों को सभी प्रकार की सहायता प्रदान कर रही है. मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी को बचाव कार्यों का समन्वय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ड्रोन और पुलिस श्वान दल का उपयोग बचाव कार्यों में किया जा रहा है. केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन तक सभी स्तरों पर बचाव कार्य के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. यह एक संक्षिप्त सारांश है.



पीएम मोदी ले रहे पल-पल की खबर


केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड के बाद पीएम मोदी स्थिति पर नजर बनाए हुए. केंद्र सरकार केरल को हर जरूरी मदद मुहैया करा रही है. उन्होंने कहा कि हादसे के बाद करीब 250 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. गृह मंत्री अमित शाह ने भी केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से फोन पर बात की है. और हर जरूरी मदद का भरोसा दिलाया है.


हेलीकॉप्टर से घायलों को पहुंचाया जा रहा अस्पताल


एमआई-17 और एएलएच जैसे शक्तिशाली हेलीकॉप्टरों का उपयोग बचाव कार्यों में किया जा रहा है. ये हेलीकॉप्टर दुर्गम इलाकों में पहुंचकर बचाव दलों को सामान और उपकरण पहुंचा सकते हैं, साथ ही घायलों को अस्पतालों में ले जा सकते हैं.


लैंडस्लाइड से भारी तबाही


सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो और तस्वीरें इस बात का प्रमाण हैं कि भूस्खलन से हुई क्षति कितनी व्यापक है. सड़कें, वाहन, संपत्तियां और पेड़ सभी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं.


नदी में तैरते दिखे शव


मलप्पुरम में चलियार नदी में कई शव तैरते हुए पाए जाने से स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. यह संभव है कि भारी बारिश के कारण नदी में पानी का स्तर बढ़ गया हो और भूस्खलन से मलबा नदी में आ गया हो.



बचाव कार्य में चुनौतियां


दुर्गम इलाके, खराब मौसम और भारी बारिश बचाव कार्यों में बड़ी चुनौतियां पैदा कर रहे होंगे. बचाव दलों को इन चुनौतियों का सामना करते हुए काम करना होगा.