मौसम न्यूज 1 अक्टूबर 2024, Delhi NCR Weather Today: अक्टूबर का महीना शुरू हो गया है और इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुबह-सुबह हल्की ठंड का अहसास होने लगा है. लेकिन, दिन होते ही धूप निकलने के बाद मौसम पूरी तरह बदल जा रहा और हल्की गर्मी का अहसास होने लगा है. इस बीच मॉनसून (Delhi Monsoon) की विदाई का भी समय आ गया है और पिछले कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर में बारिश (Delhi-NCR Rain) नहीं हुई है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, जिसके बाद तापमान (Delhi Temperature) में गिरावट आने की संभावना है.


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आज दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम?


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिन में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और बारिश नहीं होने का अनुमान जताया है. आईएमडी के अनुसार, मंगलवार (1 अक्टूबर) को दिल्ली में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 106 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है.


अगले कुछ दिनों में पूरी तरह मॉनसून की विदाई


दिल्ली एनसीआर में पिछले कई दिनों से बारिश नहीं हुई है और इस बीच मॉनसून की विदाई का वक्त भी आ गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि 2024 का दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सोमवार को आधिकारिक रूप से समाप्त हो गया. कुछ राज्यों से अगले दो से तीन दिनों में मॉनसून की विदाई हो सकती है, जबकि मॉनसून की आखिरी विदाई अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में पूरी तरह से हो सकती है. हालांकि, इस दौरान कुछ राज्यों में बूंदाबांदी से लेकर हल्की बारिश हो सकती है. बता दें कि इस बार मॉनसून एक जून से पहले आ गया था.


इस साल मॉनसून में सामान्य से 8 प्रतिशत अधिक हुई बारिश


भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस साल मॉनसून में भारत में 934.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो दीर्घावधि औसत का 108 प्रतिशत और 2020 के बाद से सबसे अधिक बारिश है. आईएमडी के मुताबिक, मध्य भारत में इस क्षेत्र के दीर्घकालिक औसत से 19 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई, दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से 14 फीसदी ज्यादा और उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से सात प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई. आंकड़ों के मुताबिक, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 14 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई. देश में जून में 11 प्रतिशत कम वर्षा हुई, लेकिन जुलाई में नौ प्रतिशत अधिक वर्षा हुई.


इसके बाद अगस्त में 15.7 फीसदी और सितंबर में 10.6 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई. साल 2023 में मॉनसून सीजन में भारत में 820 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जो दीर्घकालिक औसत का 94.4 प्रतिशत थी. देश में 2022 में 925 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो दीर्घावधि औसत का 106 फीसदी थी. वर्ष 2021 में 870 मिमी, और 2020 में 958 मिमी बारिश हुई थी. आईएमडी ने इस वर्ष मानसून के दौरान सामान्य से अधिक वर्षा (दीर्घावधि औसत का 106 प्रतिशत) होने का अनुमान जताया था.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)