West Bengal में नहीं थम रही राजनीतिक हिंसा, अब नदिया जिले में BJP नेता को मारी गई गोली; TMC पर लगा आरोप
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के नदिया जिले के हरिन्घता इलाके में 32 वर्षीय स्थानीय बीजेपी नेता को गोली मारकर (BJP Leader Shot) घायल कर दिया गया. भाजपा ने इस घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस (TMC) का हाथ होने का आरोप लगाया है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में आगामी विधान सभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के बीच राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है और पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के हरिन्घता इलाके में 32 वर्षीय स्थानीय भाजपा नेता को गोली मारकर (BJP Leader Shot) घायल कर दिया गया. पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है. घायल बीजेपी नेता हरिन्घता नगरपालिका के वार्ड नंबर दस में भाजपा के बूथ प्रमुख हैं.
गश्त के दौरान घायल मिले थे बीजेपी नेता
एसपी वीएसआर अनंतनाग ने बताया, 'गश्त के दौरान रविवार रात करीब 2.30 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग 12 के पास कपिलेश्वर संतोषपुर में चाय की दुकान के पास जब हमने गाड़ी रोकी तो देखा कि कुछ लोग जमीन पर बैठे थे, लेकिन हमारे आने के बाद एक व्यक्ति को छोड़कर सभी भाग गए. घटनास्थल पर संजय दास (Sanjay Das) घायल अवस्था में मिले और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.' उन्होंने बताया कि संजय दास को ग्रुप के एक व्यक्ति ने गोली मारी है, जो उनके कमर पर लगी है. उनका इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर हैं.
बीजेपी ने टीएमसी पर लगाया आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने इस घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का हाथ होने का आरोप लगाया है. हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ दल ने इससे इनकार किया है. टीएमसी ने दावा किया है कि यह घटना ग्रुप से सदस्यों के बीच झड़प के बाद हुई, जो बीजेपी (BJP) से जुड़े हैं. भाजपा नेता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कई लोगों को आरोपी बनाया है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने उन्हें बताया है कि ग्रुप के एक व्यक्ति ने राजनीतिक मुद्दे पर बहस के बाद गोली चलाई थी.
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राजनीतिक हिंसा पर गृह मंत्रालय की रिपोर्ट से खुलासा
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने चुनाव आयोग (Election Commission) को पश्चिम बंगाल में होने वाली राजनीतिक हिंसाओं की जानकारी देते हुए एक रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट के अनुसार, इस साल एक जनवरी से 7 जनवरी के बीच पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के 23 मामले सामने आए थे और 2 लोगों की जान गई थी. जबकि पिछले साल यानी साल 2020 में पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के 663 मामले सामने आए थे और इस दौरान 57 लोगों की मौत हुई थी.
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पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होगी वोटिंग
बता दें कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) की 294 विधान सभा सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी. राज्य में 27 मार्च, एक अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को मतदान होंगे, जबकि चुनाव परिणाम 2 मई को आएंगे. पहले और दूसरे चरण में 30-30 सीटों, तीसरे चरण में 31 सीटों, चौथे चरण में 44 सीटों, पांचवें चरण में 45 सीटों, छठे चरण में 43 सीटों, सातवें चरण में 36 सीटों और आठवें चरण में 35 सीटों पर मतदान करवाया जाएगा.