Cashier Mistake: आपने कई बार ऐसा देखा होगा कि एटीएम दोगुने पैसे देने लगता है. यह तकनीकी कमियों की वजह से होता है. वहीं ऐसा भी होता है जब बैंक में कैशियर गलती से ग्राहकों को ज्यादा पैसे दे देते हैं. ऐसे में अगर जानबूझकर ग्राहक पैसों को लेकर चले जाते हैं तो उनके लिए दिक्कत खड़ी हो सकती है. असल में हाल ही में दिल्ली से एक ऐसा ही मामला सामने आया जब एक शख्स करोल बाग स्थित अपने बैंक की होम ब्रांच से पैसे निकालने गए थे लेकिन कैशियर की चूक से उन्हें विड्रॉल में भरे पैसे से दुगने पैसे मिल गए.


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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हुआ यह कि विड्रॉल फॉर्म भरकर वे कैशियर के काउंटर पर पहुंचे तो कैशियर ने विड्रॉल फॉर्म पर चार लाख रुपए लिखे होने के बावजूद राजेश को आठ लाख रुपए थमा दिए. राजेश ने देखा कि उसे विड्रॉल के लिए दिए गए फॉर्म से भी दोगुना पैसा दिया गया है. बावजूद इसके ज्‍यादा पैसे लेकर वह अपने घर निकल गए. इसके बाद जो हुआ वह जान लेना जरूरी है यह भी जानना जरूरी है कि इसके नियम क्या हैं.


एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर ऐसा होता है ग्राहक को ईमानदारी बरतनी चाहिए. क्योंकि बैंक को अपने पैसे वापस पाने का पूरा अधिकार होता है और इसीलिए ग्राहक को मिली अधिक रकम को जल्‍द से जल्‍द वापस लौटा देनी चाहिए. वहीं अगर ऐसा होता है तो बैंक अपनी गलती का एहसास करते ही ग्राहक के पास फोन करता है. ऐसे में इस फोन का जवाब देना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर बैंक आपके साथ कई तरह के कानूनी कदम उठा सकता है.


एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि बैंक सबसे पहले फोन करके ज्‍यादा पैसों के बारे में जानकारी मांगता है और उसे वापस करने के लिए कहता है. अगर कोई ग्राहक ऐसा करने में आनाकानी करता है तो बैंक कार्रवाई भी कर सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक बैंक के पास ऐसे अधिकार होते हैं. अगर ग्राहक बैंक के पैसे वापस नहीं करता है तो बैंक पैसों की वसूली भी कर सकता है. इसके लिए वह आरोपी ग्राहक पर एफआईआर भी कर सकता है. इसके अलावा संबंधित बैंक के नियम और शर्तों के बारे में अलग से जानकारी होना आवश्यक है.