नई दिल्ली: भारतीय संसद के स्थाई समिति की साल 2019 की आखिरी बैठक बड़े ही अनोखे ढंग अंदाज में पूरी हुई. दरअसल, सोमवार (30 दिसंबर) को यह बैठक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में संपन्न हुई. इस बैठक के अंत में बंगलुरु में सैटेलाइट सेंटर के निदेशक पी कुन्हीकृष्णन ने बांसुरी बजाकर समा बांध दिया. 


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आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक साइंटिस्ट बांसुरी वादक भी हो सकता है. अमूमन साइंटिस्ट का नाम आते ही एक ऐसे व्यक्ति की छवि दिमाग में बनती है जो हमेशा किताबों से घिरा हो. अगर बात इसरो के साइंटिस्ट की हो तो उसकी छवि तो सैटेलाइट और गैलेक्सी पर रिसर्च करने वाले शख्स की सी ही बनेगी. 



लेकिन, आपको बता दें कि ISRO के पी कुन्हीकृष्णन न सिर्फ एक कुशल साइंटिस्ट हैं बल्कि वह एक प्रोफेशनल बांसुरी वादक भी हैं. स्थाई समिति की बैठक को उन्होंने सदाबहार वटापी गणपतिम भजे की धुन बजाकर संपन्न किया. कुन्हिकृष्णन के इस शानदार प्रदर्शन का वीडियो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपने ऑफीशियल ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है.