Delhi News: बात करते रहे केजरीवाल, हाथ जोड़े खड़ा रहा शख्स, कौन है आतिशी के शपथग्रहण में आया ये अधिकारी?
Arvind Kejriwal Latest News: दिल्ली के नए सीएम के रूप में आतिशी के शपथ ग्रहण समारोह में एक दिग्गज IAS अरविंद केजरीवाल के सामने लगातार हाथ जोड़े खड़ा रहा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
Delhi New Chief Secretary, Arvind Kejriwal News: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी प्रदेश के नए सीएम के रूप में शपथ ले चुकी हैं. उनके साथ ही पांच अन्य नेताओं ने राजनिवास में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. एलजी विनय सक्सेना ने सीएम समेत बाकी मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई. इस दौरान समारोह में पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे. समारोह में केजरीवाल के आगे हाथ जोड़कर खड़े रहे एक सीनियर आईएएस अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. आखिर वे आईएएस कौन हैं, जो सीएम पद से हट चुके केजरीवाल के सामने इस तरह करबद्ध हालत में दिखाई दिए.
हाथ जोड़े खड़े रहे मुख्य सचिव धर्मेंद्र
असल में केजरीवाल के सामने हाथ जोड़कर खड़े अधिकारी और कोई नहीं बल्कि प्रदेश के नए मुख्य सचिव धर्मेंद्र हैं. AGMUT कैडर के 1989 बैच के अधिकारी धर्मेंद्र ने 1 सितंबर को ही दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी का पदभार संभाला है. शनिवार को राजनिवास में हुए शपथ ग्रहण समारोह का संचालन और व्यवस्था उन्हीं की देखरेख में संपन्न हुई.
केजरीवाल भी मुस्कराकर करते रहे बात
समारोह के बाद वे नीचे उतरकर वहां बैठे लोगों का अभिवादन कर रहे थे. उसी दौरान अरविंद केजरीवाल के सामने आने पर उन्होंने शिष्टाचार निभाते हुए उनका अभिवादन किया. केजरीवाल ने भी मुस्कराते हुए उनके अभिवादन का जवाब दिया. इस दौरान दोनों के बीच क्या बातचीत हुई, यह तो वीडियो में स्पष्ट नहीं हुई लेकिन जब तक दोनों में बातचीत चली, मुख्य सचिव हाथ जोड़कर अभिवादन की मुद्रा में खड़े रहे. इस दौरान केजरीवाल उनसे मुस्कराकर बात करते रहे और हाथ जोड़े खड़े मुख्य सचिव सिर हिलाते रहे.
नरेश कुमार के रिटायरमेंट के बाद संभाला पद
दिल्ली के नए मुख्य सचिव बने धर्मेंद्र अपने लंबे कार्यकाल में कई विभागों और पदों पर काम कर चुके हैं. वे सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं. सिविल सेवा में आने के बाद वे लंबे समय तक नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं. अपने नेतृत्व कौशल और प्रशासनिक क्षमताओं की वजह से वे दिल्ली में सर्वोच्च पद तक पहुंच पाए हैं. धर्मेंद्र से पहले दिल्ली के मुख्य सचिव पद पर नरेश कुमार काम कर रहे थे, जो भ्रष्टाचार समेत विभिन्न आरोपों की वजह से लगातार विवादों में रहे.