प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत संदिग्ध मामले में नया मोड़ आया है और जांच के दायरे में कई लोगों को नाम सामने आ रहे हैं. इनमें ऐसे कई लोग शामिल हैं, जिन्होंने महंत नरेंद्र गिरी और उनके शिष्य आनंद गिरि (Anand Giri) के बीच मध्यस्थता कराई थी. पुलिस अब इन सभी से पूछताछ करेगी और विवाद का पता लगाने की कोशिश करेगी.


8 लोगों का हो सकता है लाई डिटेक्टर टेस्ट


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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में 8 लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जा सकता है. इसमें प्रयागराज का एक नामी बिल्डर भी शामिल है. इसके अलावा प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है.


जांच के दायरे में कौन कौन?


1. आनंद गिरि (महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य)
2. आद्या तिवारी (लेटे हनुमान जी मंदिर के वरिष्ठ पुजारी)
3. संदीप तिवारी (आद्या तिवारी के बेटे)
4. अजय सिंह (सिपाही)
5. मनीष शुक्ला
6. अभिषेक मिश्रा
7. शिवेक मिश्रा
8. प्रयागराज के एक बिल्डर (आनंद गिरि के करीबी)
9. प्रयागराज के कुछ प्रॉपर्टी डीलर
10. प्रयागराज के एक स्थानीय नेता


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संदिग्ध परिस्थितियों में महंत नरेंद्र गिरि की मौत


अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की कल (20 सितंबर) संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और उनका शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के कमरे से फांसी के फंदे से लटकता मिला था. शव के पास मिले सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि (Anand Giri) समेत कई लोगों के नाम थे. बाघंबरी मठ के जिस कमरे में नरेंद्र गिरि का शव मिला, वो अंदर से बंद था. पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला. पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे खुदकुशी का मामला बताया.


सुसाइड नोट से सामने आएगा सच?


पुलिस को जांच के दौरान कमरे से 8 पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला है. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में उनके शिष्य आनंद गिरि (Anand Giri) का जिक्र है. सुसाइड नोट में आद्या तिवारी और संदीप तिवारी का भी जिक्र है. आद्या तिवारी लेटे हनुमान जी मंदिर के वरिष्ठ पुजारी हैं और संदीप तिवारी उनके बेटे हैं. सुसाइड नोट में आनंद गिरि का नाम सामने आने के बाद हरिद्वार से उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया. बीती रात आनंद गिरि को हिरासत में लेने के बाद यूपी पुलिस उत्तर प्रदेश की ओर रवाना हो गई.


महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में क्या?


पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें नरेंद्र गिरि ने अपने शिष्य से नाराजगी की बात कही है. पुलिस के मुताबिक नरेंद्र गिरी ने सुसाइड नोट में आत्महत्या की बात लिखी है और वसीयतनामा भी लिखा है. मामले में अखाड़े की संपत्ति पर अधिकार का विवाद सामने आ रहा है. बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि को अखाड़े से बाहर कर दिया था.


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मौत से पहले महंत नरेंद्र गिरि ने बनाया था वीडियो


महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) ने मौत से पहले अपने मोबाइल से एक वीडियो भी बनाया था, जो पुलिस के हाथ लगा है. पुलिस के मुताबिक नरेंद्र गिरि ने मौत से ठीक पहले 4 मिनट का वीडियो बनाया था. पुलिस ने नरेंद्र गिरि के मोबाइल को जब्त कर लिया है और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है.


आनंद गिरि ने खुद को बताया बेकसूर


हिरासत में लिए जाने से पहले आनंद गिरि मीडिया के सामने आए और खुद को बेकसूर बताया. आनंद गिरि ने आरोप लगाया कि मठ की जमीन हड़पने और वर्चस्व को लेकर नरेंद्र गिरि की हत्या की गई है और उन्हें झूठे केस में फंसाया गया है. नरेंद्र गिरि के दावे में कितना दम है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा. सुसाइड नोट में जिस आद्या तिवारी और संदीप तिवारी का जिक्र था, उन्हें भी प्रयागराज से हिरासत में लिया गया है.


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