Who Is The Next CM Of Karnataka: कर्नाटक विधानसभा चुनाव का रिजल्ट शनिवार को घोषित किया गया. इस चुनाव में कांग्रेस (Congress in Karnataka assembly elections) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. कांग्रेस ने अकेले दम पर 224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में बहुमत (Majority in Karnataka) के ‘मैजिकल नंबर’ को पार किया है लेकिन इस बड़ी जीत के बाद भी पार्टी के सामने मुश्किलें कम नहीं हुई हैं. कांग्रेस समर्थक सीएम पद (CM Post) को लेकर दो धड़ों में बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं. एक तबका चाहता है कि सिद्धारमैया (Siddaramaiah) सीएम पद की कुर्सी पर बैठे हैं, वहीं दूसरा तबका चाहता है कि डी. के. शिवकुमार (D.K. shivkumar) कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री (Next Chief Minister of Karnataka) बनें. कर्नाटक सीएम पद को लेकर दोनों तबकों में 'पोस्टर वार' पहले से ही जारी है. सिद्धारमैया और डी. के. शिवकुमार इन दोनों नामों में से किसी एक को चुनना पार्टी आलाकमान के लिए भी बहुत मुश्किल है.


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‘राजस्थान न बन जाए कर्नाटक’


कांग्रेस कभी भी कर्नाटक को अगला राजस्थान बनता हुआ नहीं देखना चाहेगी. अगर जल्दबाजी में कांग्रेस ने किसी गलत नाम का चुनाव कर लिया तो उसे अपनी पार्टी में बगावत के सुर झेलने पड़ेंगे. गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलट अपनी पार्टी के बड़े नेताओं से खफा दिखाई दे रहे हैं और उनका रूठा हुआ तेवर भी कांग्रेस हाईकमान को मुश्किल में डाल रहा है.


कौन होगा मुख्यमंत्री?


बेंगलुरु में आज (शनिवार) की शाम विधायक दल की बैठक होने वाली है. कहा जा रहा था कि इस बैठक में कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लिया जा सकता है लेकिन अब यहां की जनता को अपने मुख्यमंत्री के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस के प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) विधायक दल की बैठक के बाद राजधानी दिल्ली में राहुल गांधी से मिलने के लिए आ सकते हैं. इस मुलाकात के बाद सिद्धारमैया और डी. के. शिवकुमार में से किसी एक का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए आगे बढ़ाया जाएगा.


कर्नाटक में भी उठ सकते हैं बगावत के सुर?


राजस्थान के हालात को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान को जरूर इस बात का डर होगा कि कहीं कर्नाटक में भी बगावत के सुर न उठने लगें. कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ यात्रा कर रहे हैं, आज उनकी यात्रा का चौथा दिन है. सचिन पायलट युवाओं के बीच में अच्छी पकड़ रखते हैं और कांग्रेस का एक बड़ा चेहरा भी हैं. ऐसे में कर्नाटक में कभी भी राजस्थान जैसे हालात न पैदा हों, उसके लिए कांग्रेस आलाकमान पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ना चाहता है. कांग्रेस प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खगड़े और राहुल गांधी की मुलाकात के बाद ही अब कर्नाटक की कुर्सी का फैसला हो पाएगा. तब तक CM के लिए कर्नाटक की जनता को इंतजार करना पड़ेगा.