People Asked Vacant Home: सोचिए किसी के साथ क्या होगा जब आधी रात अचानक  घर खाली करने को बोला जाए, कोलकाता में ऐसा ही हुआ है. हुआ यह कि रात करीब 12 बजे मेट्रो के कर्मचारी लोगों के घर पर आए और उन्हें तुरंत अपना घर खाली करने को कहा. मेट्रो कॉन्पोरेशन का कहना था कि ड्रेनेज सिस्टम में काम के दौरान पानी की निकासी हो रही है. इससे लोगों को खतरा हो सकता था..इसीलिए 52 लोगों को अचानक उनके घरों से निकालकर होटलों में शिफ्ट कर दिया गया.


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कोलकाता के स्थानीय निवासी ने बताया कि 12.30 बजे रात को हल्ला हुआ कि जल्दी जल्दी घर छोड़ो यहां पानी वानी बह रहा है. इसलिए सबलोग पैकिंग किया, जो पहना था कपड़ा, वो पहनकर भागा. रात में घर खाली करने के बाद सुबह लोगों का गुस्सा फूटा. सब मिलकर मेट्रो स्टेशन पहुंच गए. मेट्रो के अंदर जाकर इन लोगों ने खूब प्रदर्शन किया. लोगों का आरोप था कि मेट्रो के विकास के बीच. उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.


अंदर प्रदर्शन करते-करते इन लोगों ने मेट्रो के एक्जिट गेट पर भी जमकर हंगामा किया..ये लोग मेट्रो के बाहर निकलने वाले रास्ते पर बैठ गए थे. ये सबकुछ..कोलकाता के बोउबाज़ार दुर्गा पिठुरी लेन इलाके में हुआ..स्थानीय लोग उत्तर कोलकाता के TMC सांसद सुदीप बंदोपाध्याय पर भी नाराज हैं..बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ भी नारेबाजी की गई है. 


कोलकाता में ये दहशत नई नहीं है 


आज से 5 साल पहले कोलकाता के इसी इलाके में घरों में दरार आई थी..यहां तक कि कई घर गिर गए थे. बो बाजार के दुर्गा पितुरी लेन में 2019 में हुए हादसे में कई लोग घायल हुए थे..अब एक बार फिर लोगों को वैसे ही हादसे का डर सता रहा है. 2019 में यहीं पर कुछ घर ढह गए थे, क्योंकि नीचे काम हो रहा था और अचानक से मिट्टी धंसने से बिल्डिंग गिर रही थी. उस समय लोगों को होटलों में रखा गया और 5 साल बाद भी वैसे स्थिती बनने के आसार लग रहे हैं. >> 


अचानक घर खाली करने को कहा गया


2019 में भी इसी तरह लोगों को अचानक घर खाली करने को कहा गया था..स्थानीय लोगों का कहना है कि 5 साल बाद भी कुछ नहीं बदला..वो डर एक बार फिर वापस आ गया है. एक स्थानीय निवासी का कहना है कि वो लोग बोलता है सब ठीक है, कोई तकलीफ नहीं है, फिर बोलता है निकल जाओ, निकल जाओ, कहां ? कोई भी होटल में जाकर ठहर जाओ, पैसा अगर लगे तो हम लोग देंगे.


बताया जा रहा है कि कोलकाता में मेट्रो की इस लाइन में हमेशा से दिक्कत रही है. शियालदाः और एस्प्लेनेड के बीच का ये रास्ता जोड़ने में मेट्रो को इंजीनियरों को दिक्कत आ रही है..अब इस प्रदर्शन के बाद एक बार फिर ये मुद्दा हाईलाइट हुआ है.