नई दिल्ली. हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत सी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जिनका नाम हम जानते हैं लेकिन ये नहीं जानते कि इसका नाम इस तरह क्यों रखा गया है. जैसे पैरों में पहनी जाने वाली स्लीपर यानी हवाई चप्पल को हम रोजाना पहनते हैं, लेकिन आपने कभी सोचा है इसका ये नाम क्यों पड़ा. जबकि ये तो हवा में उड़ती भी नहीं है. इसके पीछे कई कहानियां हैं. आज हम आपको उन्हीं कहानियों के बारे में बताने जा रहे हैं. 


क्यों कहते हैं 'हवाई चप्पल'?


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कई इतिहासकारों के मुताबिक अमेरिका में 'हवाई' नाम का एक आईलैंड है. इस आईलैंड पर एक खास किस्म का पेड़ पाया जाता है. इस पेड़ को 'टी' कहकर बुलाया जाता है. इसी पेड़ से एक खास किस्म का रबरनुमा फैब्रिक बनता है, जिससे चप्पलें बनाई जाती हैं. उन्हीं को 'हवाई चप्पल' कहते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो जो चप्पल अमेरिकी आईलैंड हवाई के पेड़ की फैब्रिक से बनाई गई है, उन्हें हवाई चप्पल कहते हैं.  हालांकि, इनका डिजाइन हवाई चप्पल कही जाने वाली चप्पलों से बेहद अलग था. 


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जापान से भी जुड़ा है इतिहास


हालांकि हवाई चप्पल का इतिहास जापान से भी जोड़ा जाता है. कहते हैं कि हवाई चप्पलों का डिजाइन जापान में पहनी जाने वाली फ्लैट स्लिपर्स ‘जोरी’ या हाईहील सैंडल्स ‘गेटा’ से काफी मिलता-जुलता है. इसके अलावा ये भी माना जाता है कि अमेरिका के हवाई आइलैंड में काम करने लिए जापान के ग्रामीण इलाकों से कुछ मजदूर लाए गए थे. उन मजदूरों के साथ उनकी चप्पलों का डिजाइन भी हवाई पहुंच गया. अमेरिका में बनी हवाई चप्पलों का इस्तेमाल सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान अमेरिकी सैनिकों ने किया था. सैनिकों द्वारा इस्तेमाल किए जाने के कारण अमेरिका की हवाई चप्पल पूरी दुनिया में फेमस हो गई. 


ये भी है एक कहानी


हवाई चप्पल के नाम के पीछे एक और कहानी है, जो बहुत फेमस है. दरअसल, ब्राजील में फुटवियर बनाने की एक बहुत बड़ी कंपनी है, जिसका नाम है 'हवाइनाज'. हवाइनाज ने साल 1962 में रबर की चप्पलें बनानी शुरू की थीं. वहां इन चप्पलों को फ्लिप-फ्लॉप कहा जाता है. ये चप्पलें सफेद और नीले रंग की थी, जो हवाई चप्पलों का सबसे पॉपुलर और कॉमन डिजाइन है. हवाइनाज ने अपने इन नीले और सफेद रंग की चप्पलों की सप्लाई पूरी दुनिया में की. इसके बाद ये हवाई चप्पल पूरी दुनिया में मशहूर हो गई. 


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भारत से जुड़ा हुआ है इतिहास


वैसे तो चप्पलों का इतिहास बहुत ही पुराना है. सभी देशों में इसके डिजाइन और इसके इतिहास से जुड़े कई फेमस और रोचक किस्से हैं. अगर बात भारत की करें तो, भारत में हवाई चप्पल को घर-घर तक पहुंचाने का क्रेडिट बाटा कंपनी को जाता है. जो हवाइनाज से कई साल पहले ही इन्हें लॉन्च कर चुका था. गौरतलब है कि बाटा कंपनी आज फुटवियर बनाने वाली टॉप कंपनियों में शुमार है. 


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