Nitin Gadkari: जब खुले मंच से नितिन गडकरी ने मांगी माफी, अधिकारियों को साथ ही दिया ये आदेश
MP News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मध्यप्रदेश में परिवहन के क्षेत्र में हुई एक खामी को लेकर जनता से खुले मंच से माफी मांगी है. क्या है पूरा मामला, आइए बताते हैं.
MP Road Projects: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने करीब साढ़े पांच हजार करोड़ की 13 सड़क परियोजनाओं की सौगात दी है. इसी दौरान एक सड़क के घटिया निर्माण कार्य को लेकर गड़करी ने जनता से सार्वजनिक तौर माफी भी मांगी है.
मंडला से बरेला तक बनी रोड को लेकर मांगी माफी
आपको बताते चलें कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने मंडला और जबलपुर में आयोजित समारोहों में सड़कों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया. इस मौके पर गडकरी ने मंडला-जबलपुर हाई-वे के बारे में चर्चा की और मंडला से बरेला तक हुए रोड के निर्माण का जिक्र किया. इसके साथ ही उन्होंने हाई-वे निर्माण में गुणवत्ता से असंतुष्टि जाहिर की और मंडला और आसपास के क्षेत्र की जनता को सड़क से हुई परेशानी के लिए मंच से माफी मांगी.
अफसरों को दिया ये आदेश
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के पुराने कार्य को रिपेयर करें तथा सड़क के खराब हिस्से के निर्माण के लिए जल्द नया टेंडर जारी करें. उन्होंने यह भी बताया कि इस सड़क को लेकर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने उन्हें अवगत कराया था, लिहाजा उस बात का मुझे दुख है, लेकिन जो गड़बड़ी है तो उसके लिए माफी भी मांगना चाहिए. यह सड़क मंडला से बरेला चार सौ करोड़ की 63 किलो मीटर लंबी टू लेन है. जो काम हो रहा है उससे संतुष्ट नहीं हूं.
'विकास के लिए सड़कें बेहद जरूरी'
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मंडला में प्रकृति का निवास है, यह रानी दुर्गावती की भूमि है तथा यहां कान्हा जैसा विश्व प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है. जनजातीय कार्यों के विकास के लिए सड़कों का निर्माण बेहद जरूरी है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने देशभर में ऊर्जा के क्षेत्र में परिवहन मंत्रालय द्वारा प्रारंभ की गई नई परियोजनाओं की विस्तार से जानकारी दी.
उन्होंने मध्यप्रदेश में परिवहन के क्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की आवश्यकता बताई. उन्होंने कहा कि मंडला, डिंडौरी एवं अन्य जनजातीय क्षेत्रों में बाँस के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सकता है. बांस से भविष्य में इथेनॉल का निर्माण होगा, जिससे परिवहन एवं अन्य क्षेत्रों के लिए ऊर्जा पैदा की जा सकेगी. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित अन्य नेता मौजूद थे.
(इनपुट: न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)
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