Khalistan के लिए भिंडरावाले के भतीजे ने Pakistan के साथ मिलकर रची साजिश
जांच एजेंसियों का कहना है कि ISI पंजाब में खालिस्तान मूवमेंट को जिंदा रखने के लिए जरनैल सिंह भिंडरावाले (Jarnail Singh Bhindranwale) के भतीजे लखबीर सिंह रोड़े का इस्तेमाल कर रही है. उसने रोड़े के जरिए ही पंजाब में टारगेट किलिंग का प्लान बनाया था.
नई दिल्ली: किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच जांच एजेंसियों ने बड़ा खुलासा किया है. एजेंसियों का कहना है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाले (Jarnail Singh Bhindranwale) का भतीजा लखबीर सिंह रोड़े (Lakhbir Singh Rode) पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के साथ मिलकर भारत विरोधी साजिश रच रहा है. रोड़े 2019 से जांच एजेंसियों के रडार पर है. ISI पंजाब में खालिस्तान मूवमेंट को जिंदा रखने के लिए लखबीर सिंह रोड़े का इस्तेमाल कर रही है.
शिवसेना नेता पर किया था हमला
जांच एजेंसियों के मुताबिक, ISI के अधिकारियों ने भिंडरावाले (Jarnail Singh Bhindranwale) के भतीजे लखबीर सिंह रोड़े (Lakhbir Singh Rode) के जरिए पंजाब में टारगेट किलिंग का प्लान बनाया था. इस काम के लिए लखबीर सिंह ने दुबई में बैठे गैंगस्टर सुख बिकरीवाल का नाम बताया और ISI के अफसरों से उसकी मुलाकात करवाई. ISI के इशारे पर ही सबसे पहले सुख बिकरीवाल ने पंजाब में शिवसेना नेता हनी महाजन पर गोली चलवाई थी. इस हमले में हनी बच गए, लेकिन उनके पड़ोसी की मौत गई थी.
ISI और आतंकियों के बीच ब्रिज है बिकरीवाल
बिकरीवाल को दूसरा टारगेट बलविंदर संधू का दिया गया था, जिसमें पूरी प्लानिंग के साथ हत्याकांड को अंजाम दिया गया. दुबई में बैठा बिकरीवाल ISI और खालिस्तानी आतंकियों के बीच एक ब्रिज की तरह काम कर रहा है. बता दें कि सुख बिकरीवाल पंजाब के चर्चित नाभा जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड में से एक है. जेल ब्रेक के दौरान सुख बिकरीवाल खुद भी वहीं मौजूद था और इस केस में वांटेड भी है.
दिल्ली पुलिस का Punjab में डेरा
टारगेट किलिंग को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम पंजाब में मौजूद है. जबकि पंजाब की टीम दिल्ली पूछताछ के लिए आ रही है. ISI पंजाब में खालिस्तान मूवमेंट को लंबे वक्त से जिंदा करना चाहती है लेकिन पंजाब में बदल चुके हालात की वजह से अब ISI वहां ग्राउंड नहीं बना पाए रही है, इसलिए माहौल बिगाड़ने के लिए टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है.
Pakistan को लगेगा झटका
ऐसी भी जानकारी है कि रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) की एक टीम पिछले कई सालों से दुबई में सुख बिकरीवाल पर शिकंजा कसने में लगी है और जल्द ही इस संबंध में कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है. जांच एजेंसियों का मानना है कि बिकरीवाल के हाथ लगते ही कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. इसके अलावा, बिकरीवाल की गिरफ्तारी पाकिस्तान के लिए तगड़ा झटका होगी.