नई दिल्ली: साल में करीब 6 महीने तक बर्फ से ढ़के रहने वाले हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)  के लाहौल स्पीति (Lahual Spiti) जिले के एक गांव में नया रिकार्ड बना है. दुनिया के इस सबसे ऊंचे मोटरेबल गांव कोमिक (Komic) में कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) का काम 100 फीसदी हो चुका है. लांगचा पंचायत के दायरे में 4587 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस गांव ने ये शानदार उपलब्धि हासिल की है.


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एक ओर देश में लगातार टीकाकरण की धीमी रफ्तार चिंता का विषय बन रही है. वहीं इस गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम में कुलवंत सिंह, आशा वर्कर पदमा ने टीकाकरण किया है. गौरतलब है कि देश के कुछ जिलों के ग्रामीण इलाकों में कोरोना वैक्सीन को लेकर फैली अफवाहों के बीच कई लोगों ने वैक्सीन लगवाने से इनकार किया था वहीं इस सुदूरवर्ती गांव के लोगों ने इतिहास रच दिया है. 


इंटरनेट नहीं फिर भी इतनी जागरूकता


इस ग्रामीण क्षेत्र की 13 में से 10 पंचायतों में नहीं है इंटरनेट, फिर भी यहां के लोग देश दुनिया के पढ़े लिखे और समझदार लोगों से कहीं ज्यादा जागरूक हैं. एक ओर देश में लंबे समय से  इस जिसे के काजा खंड में 45 साल से अधिक एज ग्रुप और साठ साल से अधिक के सभी नागरिकों को कोविड-19 (Covid-19) की वैक्सीन लग चुकी है. साठ साल से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को पहली और दूसरी दोनों डोज दी जा चुकी हैं. वहीं, 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को अभी पहली डोज ही दी गई है. जल्द ही उन्हें दूसरी डोज दी जाएगी.


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इन चुनौतियों के बीच पूरा हुआ अभियान


जिले के एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने बताया कि स्पीति बर्फबारी के कारण कई महीनों तक अन्य हिस्सों से कटा रहता है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के पास इस अभियान को सफल बनाना आसान नहीं था. कई चुनौतियों के बीत स्पीति में 18 जनवरी को जब अभियान शुरू किया गया तो प्रशासन ने गांव-गांव जाकर लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरूक किया. अब देश में ये कीर्तिमान बनने के बाद यहां जल्द ही 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जाएगी.


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