शाहरूख खान के बयान पर छिड़ा सियासी घमासान, योगी आदित्यनाथ ने हाफिज सईद से की तुलना, बाबा रामदेव भी बिफरे
भाजपा के विवादास्पद सांसद योगी आदित्यनाथ ने देश में असहिष्णुता चरम पर होने संबंधी बयान के लिए बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की तुलना पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद से की।योग गुरु बाबा रामदेव ने भी देश में बढ़ रही असहिष्णुता को लेकर दिए गए बयान पर शाहरूख पर निशाना साधा है। बाबा रामदेव ने कहा कि शाहरुख को पद्मश्री अवॉर्ड मिलने के बाद की सारी कमाई लौटा देनी चाहिए।
नई दिल्ली : भाजपा के विवादास्पद सांसद योगी आदित्यनाथ ने देश में असहिष्णुता चरम पर होने संबंधी बयान के लिए बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की तुलना पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद से की। योग गुरु बाबा रामदेव ने भी देश में बढ़ रही असहिष्णुता को लेकर दिए गए बयान पर शाहरूख पर निशाना साधा है।
शाहरुख पर हमला करते हुए आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। शाहरुख ने देश में असहिष्णुता के वातावरण पर बुद्धिजीवियों के विरोध प्रदर्शन में अपनी आवाज जोड़ी थी। अपने विवादास्पद बयान में गोरखपुर के सांसद आदित्यनाथ ने कहा कि शाहरुख को याद रखना चाहिए कि अगर देश की बड़ी आबादी उनकी फिल्मों का बहिष्कार करेगी तो उन्हें ‘सामान्य मुस्लिमों’ की तरह सड़क पर घूमना पड़ेगा।
बाबा रामदेव ने कहा कि शाहरुख खान को पद्मश्री अवॉर्ड मिलने के बाद मिली सारी कमाई लौटा देनी चाहिए। रामदेव ने शाहरुख के बयान को हवाबाजी करार दिया और कहा कि अगर शाहरुख को वाकई विरोध करना है तो उन्हें पद्मश्री सम्मान के बाद कमाई सारी रकम की एक लिस्ट बनानी चाहिए। इसके बाद प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दे देना चाहिए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कल कई ट्वीट करते हुए विवाद को जन्म दिया था। उन्होंने शाहरुख को राष्ट्र विरोधी के तौर पर पेश करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा था कि शाहरुख का तन भारत में और मन पाकिस्तान में बसता है। अपने बयान के लिए निशाने पर आने के बाद भाजपा महासचिव विजयवर्गीय ने अपने विवादास्पद ट्वीट को आज वापस ले लिया।
उन्होंने कहा कि अगर भारत में असहिष्णुता होती तो शाहरुख अमिताभ बच्चन के बाद सबसे लोकप्रिय अभिनेता नहीं होते। हालांकि, उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगने से इंकार कर दिया। भाजपा नेताओं का शाहरुख पर हमला भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा हाल के हफ्तों में पार्टी कार्यकर्ताओं को संवेदनशील टिप्पणी करने से बचने को कहे जाने के बावजूद आया है।